Move to Jagran APP

डेढ़ हजार की आबादी पर मंडराया महामारी का खतरा

जागरण संवाददाता, रानीखेत : विकासखंड की महत्वपूर्ण सौखोला पेयजल योजना के स्रोत में सीवर की गंदगी फेंक

By Edited By: Published: Thu, 26 Feb 2015 10:44 PM (IST)Updated: Thu, 26 Feb 2015 10:44 PM (IST)
डेढ़ हजार की आबादी पर मंडराया महामारी का खतरा

जागरण संवाददाता, रानीखेत : विकासखंड की महत्वपूर्ण सौखोला पेयजल योजना के स्रोत में सीवर की गंदगी फेंक दिए जाने से हड़कंप मच गया है। तकरीबन डेढ़ हजार की आबादी ने इस लाइन का पानी पीना बंद कर दिया है। महामारी की आशंका के मद्देनजर महकमे ने तत्काल आपूर्ति बंद कर दी है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए उप जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार व राजस्व उपनिरीक्षक को जांच सौंप दी है। इधर ग्राम प्रधान ने प्रशासन से आरोपी सेफ्टी टैंक स्वामी जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है।

loksabha election banner

ताड़ीखेत विकासखंड के चिलियानौला क्षेत्र में सौखोला पेयजल योजना के हरड़ाधारा स्थित स्रोत के पास सीवर की गंदगी फेंक दी गई। इससे पानी प्रदूषित हो गया है और ग्रामीणों ने जलजनित रोगों की आशंका में बाकायदा योजना का पानी पीना ही बंद कर दिया है। ग्राम प्रधान झलोड़ी मुन्नी देवी ने उप जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कहा है कि योजना पर सौखोला अनुसूचित जाति बस्ती, गंगोला, कमरेठपानी आदि गांवों के करीब डेढ़ हजार हजार लोग निर्भर है। ऐसे में महामारी फैलने का अंदेशा है।

प्रधान ने बताया कि तीन दिन पूर्व सीवर सेफ्टी टैंक से योजना के स्रोत पर गंदगी डाल दी गई। इससे पानी प्रदूषित हो गया है। उन्होंने यह भी खुलासा किया है कि सीवर टैंक में रोहित सेफ्टी टैंक लिखा हुआ था। उन्होंने उप जिलाधिकारी से पेयजल योजना के मुख्य स्रोत के पास से गंदगी हटवाने तथा आरोपी टैंक स्वामी के खिलाफ जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है।

उधर जल संस्थान महकमे ने एहतियातन योजना को बंद कर दिया है, ताकि जलजनित रोगों से बचाव हो सके। वहीं उप जिलाधिकारी एपी वाजपेयी ने नायब तहसीलदार तथा राजस्व उपनिरीक्षक को मामले की जांच सौंप दी है। साथ ही जल्द ही रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

=== इंसेट===

'सुखौला पेयजल योजना को एहतियातन एक दिन के लिए बंद किया गया है। जांच करा ली है। सीवर की गंदगी मुख्य स्रोत से काफी दूर है। फिर भी कड़ा कदम उठाया जाएगा। ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराया जा सके, इसके लिए गंदगी फेंकने वाले की शिनाख्त कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

- केएस खाती, अधिशासी अभियंता जल संस्थान'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.