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पहाड़ में तीसरी रात भी अमावस्या

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: बिजली महकमे के महकमे के इंतजाम कितने पुख्ता हैं, इसकी पोल एक दिन की बर्फबा

By Edited By: Published: Wed, 17 Dec 2014 10:52 PM (IST)Updated: Wed, 17 Dec 2014 10:52 PM (IST)
पहाड़ में तीसरी रात भी अमावस्या

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: बिजली महकमे के महकमे के इंतजाम कितने पुख्ता हैं, इसकी पोल एक दिन की बर्फबारी ने खोल कर रख दी। महकमे के अधिकारी व्यवस्था को चौकस करने के दावे करते रहे, मगर सच्चाई यह है कि जिला मुख्यालय के बड़े हिस्से समेत तमाम ग्रामीण इलाकों के लोगों ने तीसरे दिन भी अमावस की रात गुजारी। प्रबंध निदेशक के निर्देश भी खास रंग नहीं ला सके। इससे बुरी स्थिति और क्या हो सकती है, जब तीन दिन में नगर में विद्युतापूर्ति पटरी पर नहीं आ सकी।

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गत सोमवार की तड़के इलाके में बर्फबारी के साथ ही बत्ती गुल हो गई। कहीं पोल ढह गए, तो कई जगह बिजली की छोटी-बड़ी लाइनें पेड़ गिरने से ध्वस्त हो गई। यह सच है कि भारी बर्फबारी ने विद्युत इंतजामों को छिन्न-भिन्न कर महकमे को भारी नुकसान का मुंह दिखाया है, मगर विभागीय सक्रियता पर सवालिया निशान लगा है। आलम यह है कि तीसरे दिन तक महज जिला मुख्यालय क्षेत्र की व्यवस्था बहाल नहीं हो सकी। यह तब है कि जब विभाग के प्रबंध निदेशक व महाप्रबंधक हालात जानने को यहां दौरे पर पहुंचे और उन्होंने तत्काल व्यवस्था को पटरी पर लाने के निर्देश दिए। तीसरे दिन बुधवार की स्थिति यह है कि नगर क्षेत्र में सिर्फ तीन फीडर ठीक हो पाए। वह भी ऐसे कि इनसे जुड़े कुछ-कुछ मोहल्ले ही रोशन हो सके। सही हो चुके फीडरों में खत्याड़ी, लक्ष्मेश्वर व बख हैं। इनके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कोसी क्षेत्र के दो फीडर व सोमेश्वर का एक फीडर ही ठीक हो सका। इनसे भी कई मोहल्लों की व्यवस्था अभी ठीक होने बांकी हैं। लमगड़ा व तोली फीडर को पूरी तरह बंद हैं। जिला मुख्यालय के पास बख फीडर गत देर रात्रि ठीक तो कर लिया था, मगर फिर ठप हो गया। बुधवार को महकमे का ध्यान बख फीडर व धारानौला लाइन पर केंद्रित रहा। शहर में तीसरे दिन कतिपय मोहल्ले तो रोशन हो सके, मगर मुख्य बाजार व माल रोड समेत इर्द-गिर्द तमाम मोहल्लों में व्यवस्था तीसरे दिन भी पटरी पर नहीं आ सकी। यहां धारानौला व करबला हाईटेंशन लाइन भी दुरूस्त नहीं हो सकी। ग्रामीण क्षेत्रों का हाल तो इससे भी बुरा है। देर रात यहां माल रोड व बाजार के कुछ हिस्से में विद्युतापूर्ति हो सकी। ऐसे में तीसरे दिन की रात भी नगर के तमाम मोहल्लों व ग्रामीण इलाकों ने अमावस की रात जैसी गुजारी। इसके लिए लोग विद्युत महकमे को कोसते रहे, हालांकि महकमे के अधिकारी व्यवस्था में सुधार बताते रहे और जल्द व्यवस्था ठीक होने की आस जगाते रहे।

::::::: बाक्स ::::::

झूठी आस दिलाते रहे अधिकारी

अल्मोड़ा: बिजली व्यवस्था के बाबत पूछे जाने में महकमे के अधिकारी अस्पष्ट जबाब देते रहे और झूठी आस जगाते रहे। कुछ अधिकारियों ने फोन उठाना ही मुनासिब नहीं समझा, तो कुछ ने अपने मोबाइल का स्विच ऑफ कर लिया। व्यवस्था से परेशान लोग बार-बार फोन कर बिजली के लिए पूछने की कोशिश कर रहे थे। बिजली के बिना नगर के विद्युत चालित रोजगार प्रभावित हो गए हैं और काफी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं अस्पतालों में बड़ी दिक्कतें पैदा हो गई। होटलों में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।

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::::::: इनसेट ::::::

विद्युत की हाईटेंशन व लो टेंशन लाइनों में भारी व्यवधान है। लाइनों को ठीक करने में काफी फजीहत उठानी पड़ रही है। टीमें पूरी तरह व्यवस्था को चौकस करने में जुटी हैं और नगर क्षेत्र में करीब 80 फीसद हिस्से में विद्युतापूर्ति बहाल कर दी है। तेजी से काम जारी है। पूरे क्षेत्र में करीब एक सप्ताह का वक्त लगने की उम्मीद है।

:::: राकेश कुमार, ईई, विद्युत वितरण खंड अल्मोड़ा

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