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अपने ही जवानों पर एसएसबी की नजर!

जागरण संवाददाता, रानीखेत : सीमा पर देशद्रोही तत्वों व माओवादियों पर पैनी निगाह रखने वाले एसएसबी जवान

By Edited By: Published: Thu, 20 Nov 2014 10:59 PM (IST)Updated: Thu, 20 Nov 2014 10:59 PM (IST)
अपने ही जवानों पर एसएसबी की नजर!

जागरण संवाददाता, रानीखेत : सीमा पर देशद्रोही तत्वों व माओवादियों पर पैनी निगाह रखने वाले एसएसबी जवानों पर भी नकेल कस दी गई है। कुमाऊं व यूपी की विभिन्न बटालियनों में तैनात जवानों की कार्यप्रणाली या किसी भी गड़बड़ी पर आम नागरिक शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इसके लिए बाकायदा सीमांत मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित कर टॉल फ्री नंबर सार्वजनिक कर दिए गए हैं। बल के सूत्रों के मुताबिक इसका मकसद अतिसंवेदनशील भारत-नेपाल पर आंतरिक सुरक्षा के लिए जनसहभागिता बढ़ाना तथा एसएसबी के प्रति विश्वास कायम करना है।

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सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने आंतरिक सुरक्षा के लिए बॉर्डर पर बसे आम नागरिकों की सहभागिता बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके तहत नगर के समीपवर्ती सीमांत मुख्यालय गनियाद्योली के अधीन डीडीहाट, पिथौरागढ़, चंपावत, अमृतपुर (काठगोदाम) तथा पलिया व पीलीभीत (दोनों यूपी) स्थित बटालियनों तथा 18 सीमा चौकियों पर तैनात जवानों की कार्यप्रणाली पर नजर रखने की रणनीति तैयार की है। सहायक प्रचार अधिकारी (सीमांत मुख्यालय) प्रफुल्ल शंकर के मुताबिक सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को यदि एसएसबी जवानों की कार्यप्रणाली ठीक नहीं लगती। अथवा कार्मिकों से त्रस्त हैं तो वह सीधे मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराएंगे। इसके लिए सभी बटालियनों में टॉल फ्री नंबर- 1800, 180 व 4015 उपलब्ध करा दिए गए हैं। यहां से आम नागरिक सीधा मुख्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष में उन खामियों को उजागर कर सकता है। यदि संबंधित जवान दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

=== इंसेट===

प्रसाधन केंद्र बनवाएगी एसएसबी

एसएसबी स्वच्छ भारत अभियान में भी हाथ बंटाएगा पर्यटन स्थलों में कूड़ादान, कंटेनर के साथ ही प्रसाधन केंद्रों का निर्माण कराया जाएगा। डीजी बंशीधर शर्मा के दिशा निर्देश पर जल्द ही सीमांत मुख्यालय पहल शुरू करेगा। इसके अलावा पूरे देश में प्रधानमंत्री जन-धन योजना में भागीदारी कर एसएसबी की ओर से सभी 65 बटालियनों की मदद से पांच हजार खाते खुलवाए जा चुके हैं।


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