परिवहन मंत्री के खिलाफ भड़के कर्मचारी, प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, रानीखेत: आउटसोर्सिग कंपनियों के गबन के आरोपों में घिरने के बाद सरकार के पुन: दूसरी
जागरण संवाददाता, रानीखेत: आउटसोर्सिग कंपनियों के गबन के आरोपों में घिरने के बाद सरकार के पुन: दूसरी एजेंसी को परिवहन निगम से जोड़ने का विरोध शुरू हो गया है। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर कर्मचारी नेताओं ने ठेका प्रथा के खिलाफ प्रदर्शन कर नामित एंजेंसी का पुतला फूंका। साथ ही परिवहन मंत्री पर कर्मचारी हितों की अनदेखी का आरोप भी लगाया।
बताते चलें कि पूर्व में परिवहन निगम में चालक-परिचालक एवं कार्यशाला में तैनात मैकेनिकों के वेतन एवं अन्य भत्तों का जिम्मा आउटसोर्सिग कंपनियों को दिया गया था। निगम सूत्रों के मुताबिक संबंधित एजेंसियों ने कर्मचारियों के वेतन, पीएफ व ईएसआई का भुगतान हड़प लिया था। गबन का यह मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है। यह मामला अभी ठंडा भी न पड़ा था कि राज्य सरकार के परिवहन मंत्रालय ने अब चंडीगढ़ की जैन एजेंसी को जिम्मा सौंप दिया है। इससे भड़के उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने यहां रोडवेज परिसर में आउटसोर्सिग एजेंसी का पुतला फूंक परिवहन मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने ठेका प्रथा समाप्त नहीं होने पर पांच नवंबर से कार्य बहिष्कार तथा 18 नवंबर से चक्का जाम करने की चेतावनी दी है। विरोध प्रदर्शन करने वालों में क्षेत्रीय अध्यक्ष दीवान सिंह रावत, राम अवध यादव, आनंद सिंह अधिकारी, सतीश उपाध्याय, शांति चंद्र, तारा सिंह डंगवाल, कुंदन सिंह खंपा, ललित मोहन पांडे, सोबन सिंह, बागंबर सिंह, वीर सिंह, पूनम सिंह, जयंती कड़ाकोटी, बच्ची सिंह देव, विनोद कुमार आदि शामिल थे।