मानिला में छाया गुलदार का आतंक
संवाद सहयोगी, मानिला : विकासखंड सल्ट के मानिला में गुलदार के आतंक से ग्रामीण सहमे हुए हैं। इसकी वजह
संवाद सहयोगी, मानिला : विकासखंड सल्ट के मानिला में गुलदार के आतंक से ग्रामीण सहमे हुए हैं। इसकी वजह से चारा लाने वाली महिलाओं ने खेतों में जाना छोड़ दिया है, वहीं जंगल के रास्ते जाने वाले स्कूली बच्चों के ऊपर भी गुलदार के हमले का खतरा बना हुआ है। पिछले एक हफ्ते में गुलदार द्वारा मानिला क्षेत्र में दो गायों को अपना निवाला बनाया गया है।
ग्रामीणों के अनुसार मानिला क्षेत्र के कुणीधार, बजों, सदरा, क्वैराला, पुरियाचौड़ा आदि गांवों में दो गुलदार देखे गए हैं। हालांकि अभी तक गुलदारों द्वारा किसी ग्रामीण पर हमला नहीं किया गया है। अलबत्ता जंगलों में चरने वाली दो पालतू गायों को निवाला बनाया गया है। पिछले हफ्ते ग्राम पुरियाचौड़ा की चार महिलाओं को गुलदार ने उस समय दौड़ा दिया, जब वे घास काटने के लिए जंगल जा रही थी। महिलाओं के अनुसार गुलदार एक पेड़ पर बैठा हुआ था, जैसे ही वे पेड़ के नीचे से गुजरी, गुलदार पेड़ से उतरकर उनके पास आने लगा। महिलाएं आनन-फानन में गांव की ओर भाग कर अपनी जान बचाई। इस प्रकार दिन के समय में गुलदारों का सड़कों पर बेखौंफ घूमते दिखाई देने से किसी भी प्रकार की अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता है। बुधवार की सांय मानिला मंदिर कमेटी की एक दुधारू गाय को गुलदार ने हमला कर मार दिया। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजडा लगाने की मांग की है। -मानिला क्षेत्र में गुलदार के आतंक एवं मवेशियों को मारने की खबर मिलने के तुरंत बाद विभागीय कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है। जिन ग्रामीणों के मवेशियों को गुलदार द्वारा मारा गया है। विभाग द्वारा उनका शीघ्र मुवावजा दिया जाएगा। ग्रामीणों ग्रामीणों से अनुरोध है कि गुलदार देखे जाने पर तुरन्त विभागीय कर्मचारियों को अवगत कराएं।
-चंदनगिरी गोस्वामी, वन क्षेत्राधिकारी, जौरासी रेंज