सुअर भगाने को रात भर करते रहे जागरण
जागरण संवाददाता, दन्यां: विकासखंड धौलादेवी के अन्तर्गत सरयू घाटी में स्थित दर्जनों गांवों में जंगली सुअरों के आतंक से काश्तकार हलकान हो गए हैं। खरीफ की फसल को बचाने के लिए काश्तकार अपने अपने खेतों में मचान बना कर रात भर जागरण करने को विवश हो रहे हैं। सरयू घाटी के अन्तर्गत आरा सलपड़, मयोली, मेलगांव, टकोली, फाराखोली, काभड़ी, दौला चितौला, रोल, गल्ली, कफलनी, चपडोला, सिरौला, बेलक, रंगोड़ी, दियारखोली, सुकना सहित दर्जनों गांवों में इस बार बारिश अच्छी होने से खरीफ की फसल अच्छी हुई है। लहलहाती फसल को जंगली सुअरों के झुंड के झुंड रात को पूरी तरह से चौपट कर रहे हैं। अपनी गाढ़ी कमाई को बर्बाद होते देख काश्तकार रात भर खेतों में मचान बनाकर जागरण कर रहे हैं। फिर भी पलक झपकते ही सुअरों का दल खेतों को खोद कर तहस-नहस कर रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता शिव दत्त पाण्डे, देवी दत्त पाण्डे, बीडीसी मेम्बर हरीश जोशी, राम नाथ, ग्राम प्रधान किशोर जोशी, हरीश राम, डीके जोशी, दया किशन पाण्डे सहित अनेक लोगों ने वन विभाग और जिला प्रशासन से काश्तकारों की क्षति का आकलन करते हुए मुआवजा प्रदान करने और सुअरों को तत्काल मारने के आदेश देने की माग की है।