शहर में घुसा बेखौफ गुलदार
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: सिमटते जंगलों के कारण जंगली जानवर भी अब बेखौफ हो चले हैं, इसी का नतीजा है अब वह बिना किसी भय के शहरी क्षेत्रों में भी घुसने लगे हैं। इसका ताजा उदाहरण शनिवार रात को देखने में आया। यहां घनी आबादी वाले चौघानपाटा क्षेत्र से सटे सेलाखोला मोहल्ले में एक गुलदार घुस आया और घर में बंधे कुत्ते का शिकार करने के मकसद से काफी देर तक आंगन में डटा रहा।
यह वाकया शनिवार रात करीब दस बजे का है। यहां चौघानपाटा क्षेत्र से सटे सेलाखोला मोहल्ले में वन कर्मी गोविंद बल्लभ जोशी का मकान है। वह वन विभाग में डिप्टी रेंजर हैं और वर्तमान में उत्तरी कुमाऊं वृत्त कार्यालय में तैनात है। शनिवार रात खाना खाने के बाद वह परिवार समेत सो गए थे। रोज की भांति उन्होंने अपना पालतू कुत्ता घर के बरामदे में बांध रखा था। रात करीब दस बजे अचानक कुत्ते के आक्रामक तेवरों के साथ भौंकने पर गृह स्वामी गोविंद बल्लभ जोशी उठकर बाहर आए। लाइट जलाने पर उन्होंने देखा करीब आठ फिट लम्बा गुलदार कुत्ते पर झपटने की फिराख में आंगन में बैठा है।
इस पर उन्होंने शोरगुल मचाया तो गुलदार पर इसका कोई असर नहीं हुआ। इस पर उन्होंने घर के अन्य सदस्यों को जगाया और हो हल्ला मचाने को कहा। काफी देर तक हो हल्ला करने पर भी गुलदार जब वहां से टस से मस नहीं हुआ तो सभी लोग सकते में आ गए। डर के मारे उन्हें कुछ नहीं सूझ रहा था। इसके बाद उन्होंने गुलदार को भगाने के लिए बर्तन बजाने शुरू किए। शोरगुल सुनकर तभी आसपड़ोस के लोग भी जाग गए और वह भी हो हल्ला करने लगे। इस पर अपनी दाल गलती न देख गुलदार वहां से निकलने को मजबूर हुआ।
उल्लेखनीय है यहां नरसिंह बाड़ी, दुगालखोला व खत्याड़ी व खोल्टा समेत कई मोहल्लों में गुलदार कई बार घुस चुका है और कई कुत्तों को निवाला बना चुका है, गनीमत है अभी तक उसने बच्चों, महिलाओं तथा देर रात में राह चलते लोगों पर हमला नहीं किया है।