दलमोठी को इको-टूरिज्म से जोड़ने की कवायद तेज
जागरण संवाददाता, रानीखेत : तकरीबन 1200 हेक्टेअर में फैले जैव विविधता वाले दलमोठी वन क्षेत्र को इको-टूरिज्म से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है। 'फ्लोरा एंड फॉना' पैटर्न पर कॉर्बेट पार्क की तरह विकसित किए जाने की योजना के तहत एसडीएम एपी वाजपेयी ने पूर्व विधायक करन माहरा के साथ स्थलीय निरीक्षण संभावनाएं तलाशीं। तय हुआ कि प्रस्ताव शीघ्र डीएम को भेजा जाएगा ताकि वन विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में ठोस निर्णय लिए जा सकें।
बताते चलें कि पर्यटन नगरी में हेरिटेज गोल्फ ग्राउंड से कुछ दूर दलमोठी वन क्षेत्र प्राकृतिक रूप से तमाम वनस्पति प्रजातियों एवं जीव जंतुओं के लिहाज से बेहद उर्वर है। खूबसूरती व खूबियों को देखते हुए एसडीएम एपी वाजपेयी ने 'फ्लोरा एंड फॉना' फॉर्मूला के तहत इसे कॉर्बेट की शक्ल देने का मास्टर प्लान तैयार किया है। ताकि वनस्पतियों एवं जीव जंतुओं से लबरेज स्थल विकसित कर इको-टूरिज्म से जोड़ा जा सके।
इसी के मद्देनजर शुक्रवार को उन्होंने पूर्व विधायक माहरा के साथ वन क्षेत्र का जायजा लिया। रेंज अधिकारी दीवानी राम से भौगोलिक व अन्य जानकारी ली। संभावनाएं तलाशने के बाद तय हुआ कि जल्द ही प्रस्ताव डीएम को भेजा जाएगा। ताकि वनाधिकारियों के साथ बैठक कर वन वन एव वन्य जीव संरक्षण की दिशा में ठोस पहल को अमलीजामा पहनाया जा सके। पूर्व विधायक ने शासन व सरकार स्तर से महत्वाकांक्षी योजना को मूर्तरूप दिलाने में हरसंभव मदद की बात कही।
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व्यवसायियों ने भी बढ़ाए हाथ
पर्यटन गतिविधियां बढ़ाने के मकसद से दलमोठी वन क्षेत्र को इको-टूरिज्म से जोड़ने की योजना पर होटल एसोसिएशन व व्यापार मंडल ने भी एसडीएम की पहल का समर्थन किया है। दलमोठी में स्थलीय निरीक्षण के दौरान सभी ने वन एवं वन्य जीव संरक्षण के साथ टूरिज्म के क्षेत्र में सहयोग का भरोसा दिलाया। इस मौके पर कुलदीप अग्रवाल, हिमांशु उपाध्याय, यतीश सिंह रौतेला, दीपक गर्ग, गोविंद सिंह बिष्ट, हरीश अग्रवाल आदि भी मौजूद रहे।