टूटा धैर्य, बीईओ दफ्तर में ठोके ताले
::::: गुस्सा फूटा ::::::
- उपेक्षा पर सड़क पर उतरे जूनियर हाईस्कूलों के मास्साब
- लंबित मुद्दों की अनदेखी पर भड़का आक्रोश
- प्रदर्शन कर धरने पर बैठे, खंड शिक्षाधिकारी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल
- बीएलओ ड्यूटी न लगाए जाने का मुद्दा फिर गरमाया
जागरण संवाददाता, द्वाराहाट : जूनियर हाईस्कूलों के शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिक्षण कार्य से इतर बीएलओ ड्यूटी न कराए जाने, चुनाव ड्यूटी के एवज में उपार्जित अवकाश, कालातीत बोनस व एरियर भुगतान समेत तमाम लंबित मुद्दों की सुनवाई न हुई तो गुरुजन सड़क पर उतर आए। उन्होंने बीईओ दफ्तर में तालाबंदी की। नारेबाजी के बीच प्रदर्शन कर धरना दिया। बीईओ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए दो टूक चेतावनी दी कि यदि अब भी महकमा न चेता तो बेमियादी आंदोलन शुरू किया जाएगा।
बताते चलें कि शिक्षकों की कमी के मद्देनजर गुरुजनों की ड्यूटी अन्य कार्यो में लगाए जाने आदि तमाम मसले अरसे से उठाए जाते रहे हैं। निदान को कई मर्तबा प्रशासन व विभागीय उच्चाधिकारियों के समक्ष भी पक्ष रखा गया। सुनवाई न हुई तो सोमवार को शिक्षकों का धैर्य जवाब दे गया। उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के बैनर तले नाराज शिक्षकों ने बीईओ कार्यालय पर प्रदर्शन कर ताले ठोक दिए।
धरने पर बैठे शिक्षक नेताओं ने खंड शिक्षा अधिकारी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। कहा, शिक्षकों की समस्याएं सुनने के बजाय वह दफ्तर से ही नदारद रहते हैं। चेतावनी दी कि यदि जल्द सकारात्मक कदम न उठाए गए तो बेमियादी आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष विनोद थापा, महामंत्री पुष्कर सिंह, डॉ.बलवंत अधिकारी, चंद्रलाल वर्मा, मदन सिंह अधिकारी, सीमा त्रिपाठी, पुष्पा रौतेला, नीता पंत, माया पंत, ममता नेगी, शकुंतला अधिकारी, निर्मला बाफिला, पंकज पंत, मोहन नाथ गोस्वामी, प्रकाश रौतेला, दीप चंद्र पांडे, ललित जोशी आदि मौजूद थे।
=== इंसेट===
इन मुद्दों पर खफा हैं मास्साब
- शिक्षकों की कमी दूर किए जाने
- बीएलओ ड्यूटी से मुक्त रखे जाने
- चुनाव ड्यूडी के बदले उपार्जित अवकाश
- परिषदीय सेवा अवधि का जीपीएफ, कालातीत बोनस व एरियर व
सामान्य बीमा धन का भुगतान
- जीपीएफ पास बुकों में वर्षवार अंकन
- सेवानिवृत्त शिक्षकों के देयकों का भुगतान
के भुगतान