Smart City Varanasi के ये तीन वार्ड अब आधुनिक तरीके से होंगे विकसित, कार्य शुरू
Smart City के तहत वाराणसी के तीन वार्डों में सीवर व पेयजल सिस्टम को आधुनिक तरीके से विकसित करना है। इसमें कामेश्वर महादेव राजमंदिर व काल भैरव वार्ड का नाम शामिल है।
वाराणसी, जेएनएन। Smart City के तहत वाराणसी के तीन वार्डों में सीवर व पेयजल सिस्टम को आधुनिक तरीके से विकसित करना है। इसमें कामेश्वर महादेव, राजमंदिर व काल भैरव वार्ड का नाम शामिल किया गया है। इन वार्डों में प्रस्तावित कार्यों का शुभारंभ शनिवार को हुआ। पूजा कर कार्य प्रारंभ किया गया। इस दौरान तृप्ति शुक्ला, रतन जैतली, रोहित पाठक, विशाल पांडेय, दिलीप साहनी, गोपाल दुबे, प्रदीप यादव आदि मौजूद थे। सभी ने कार्य प्रारंभ होने पर खुशी जाहिर करते हुए गुणवत्ता के साथ कार्य पूरा करने के लिए कार्यदायी कंपनी के अधिकारियों को सचेत किया।
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में योजनाएं अब कागजों से धरातल की ओर बढ़ रही हैं। इसी वर्ष गत मार्च में देश के 100 स्मार्ट सिटी मे वाराणसी को सातवां स्थान हासिल हुआ। यह रैंकिंग स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के आधार पर जारी की गई । दिसंबर 2019 में वाराणसी को 14वां स्थान हासिल हुआ था। शहरी विकास मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत कई शहरों की रैंकिंग जारी की थी। स्मार्ट सिटी के तहत यूपी के नौ शहरों को इस लिस्ट में जगह दी गई। जिसमें आगरा का स्थान पहला था। कानपुर तीसरे स्थान पर जबकि प्रयागराज 12वें स्थान पर रहा। यूपी की राजधानी लखनऊ को 24वीं रैंकिंग मिली।
इसके अलावा स्मार्ट सिटी के तहत एक साल के भीतर बाबा की विश्वनाथ की नगरी को दूधिया रोशनी से नहलाने की योजना है। बनारस के सभी स्ट्रीट लाइटों को एलईडी में बदला जा रहा है। 59 लाख की लागत से 40 हजार स्ट्रीट लाइटों को बदला जा रहा है। इसी प्रकार 4700 हेरिटेज पोल लगाए जा रहे हैं। वरुणा पार क्षेत्र में 1800 हेरिटेल पोल लग चुके हैं। 27 वार्डों में दस हजार स्ट्रीट लाइटों को स्मार्ट लाइटिंग में परिवर्तित किया गया है। इसमें 2000 कंट्रोलर लगेंगे। तकरीबन काम पूरा हो गया है। बाकी बचे काम भी जल्द पूरे हो जाएंगे।