एयरपोर्ट अथॉरिटी बढ़ाएगा भूजल स्तर, टेंडर के बाद लगेगा रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
धरती के गर्भ से खत्म हो रहे पानी को बचाने के लिए भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण बारिश की बूंदों को सहेजने जुट गया है।
वाराणसी, जेएनएन। धरती के गर्भ से खत्म हो रहे पानी को बचाने के लिए भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण बर्बाद होती बारिश की बूंदों को सहेजेगा। इसके लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्थापित करने की तैयारी तेज कर दी गई है। सब कुछ ठीक रहा हो कुछ ही माह में एयरपोर्ट के आपरेशनल क्षेत्र में यह बनकर तैयार हो जाएगा। दरअसल वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अभी तक बारिश की बूंदों को सहेजन के लिए किसी प्रकार का कोई उचित प्रबंध नहीं था। भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण ने वर्तमान में बढ़ते जल संकट को देखते हुए बारिश की बूंदों को सहेजने का निर्णय लिया है। एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट के आपरेशनल क्षेत्र में बारिश के पानी को संचित करने के लिए हार्वेस्टिंग सिस्टम को स्थापित करने का काम शीघ्र शुरू किया जाएगा।
19 और हवाईअड्डों पर बचाया जाएगा पानी : प्राधिकरण, वर्षा जल संचयन के साथ सौर ऊर्जा और कचरा निपटान को लेकर तैयारी कर रहा है। वहीं देश के 19 और हवाई अड्डों पर जल्द ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर काम शुरू होगा। इसमें मुख्य रूप से बंगलुरु, बागडोगरा, नागपुर, चेन्नई, चंडीगढ़, कोलकाता, अहमदाबाद, पुणे, गोवा, लखनऊ, तिरुवनंतपुरम, भुवनेश्वर, कोझिकोंड, पटना, विशाखापत्तनम, श्रीनगर, कोयम्बटूर, अमृतसर, इंदौर शामिल हैं। प्राधिकरण इस माह के अंत तक टेंडर जारी करेगा। इसके बाद करीब आठ महीने में वाटर रेन हार्वेस्टिंग पूरी तरह से तैयार हो जाएगा, जिससे आगामी बारिश के पानी का संरक्षण किया जाएगा। क्या बोले अधिकारी : वाराणसी एयरपोर्ट पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्थापित किए जाने को लेकर तैयारी चल रही है। अगले आठ महीने में यह कार्य पूरा हो जाएगा।-एके राय, निदेशक, वाराणसी एयरपोर्ट।