गंगा उस पार बनेगा 101 मीटर लंबा घाट
वाराणसी : पर्यटकों को रामनगर से जोड़ने के लिए कमिश्नर ने पहल की है। पिछले दिनों जल परिवहन टर्मिनल का
वाराणसी : पर्यटकों को रामनगर से जोड़ने के लिए कमिश्नर ने पहल की है। पिछले दिनों जल परिवहन टर्मिनल का जायजा लेने पहुंचे कमिश्नर ने ऐतिहासिक रामनगर किले की बदहाली पर चिंता जताई थी। उन्होंने पर्यटन विभाग को प्रस्ताव दिया है कि किले से सटाकर 101 मीटर लंबा पक्का घाट बनाया जाए। इसके बाद यहां भी गंगा आरती की परंपरा विकसित होगी और फिर सैलानियों की भीड़ से पर्यटन को बढ़ावा मिल सकेगा।
अब तक गंगा इस पार ही आरती होती है। इससे दर्जनों घाटों पर सैलानियों का रेला उमड़ा रहता है मगर गंगा उस पार जग विख्यात रामनगर किला होने के बावजूद पर्यटकों की अच्छी आमद नहीं हो पाती है। इसको लेकर पर्यटन विभाग भी चिंतित रहता है लेकिन ठोस योजना के अभाव था। जब कमिश्नर ने इसकी सुधि ली तो पर्यटन विभाग की बांछें खिल उठी। कमिश्नर के निर्देश पर विभाग की ओर से तत्काल प्रस्ताव बनाया जाने लगा है। एक दो दिन के अंदर सर्वे का काम होगा। हालांकि गंगा के 200 मीटर के दायरे में निर्माण पर हाईकोर्ट की ओर से रोक है लेकिन क्या यह आदेश उस पार के लिए भी होगा। इस संबंध में कोर्ट से भी विभाग अनुमति लेगा। वहां से इजाजत के बाद डीपीआर की कार्रवाई की जाएगी।
शानदार होगा लुक, पर्यटकों को बांधे रखेगी खूबसूरती
ऐसी योजना है कि किले के पास ऐसा घाट बनाया जाए कि मिसाल के रूप में हो। वहां काशी नरेश की छाप संग दशाश्वमेध व राजेंद्र प्रसाद घाट जैसी खूबसूरती भी दिखे। विभाग की योजना है कि अत्याधुनिक कम लेकिन प्राचीनता का समागम घाट पर दिखाया जाएगा ताकि पर्यटकों व स्वयं काशीवासियों को भी यहां आने को उत्सुकता बनी रहेगी।
सड़क, पेयजल, खड़ंजे संग मूलभूत सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी
कमिश्नर ने कहा है कि किले सहित रामनगर के ऐतिहासिक क्षेत्र को इस रूप में विकसित किया जाए कि वहां हर मूलभूत सुविधाएं मौजूद हों। चाहे पेयजल, सड़क, खड़ंजा हो या फिर बिजली की व्यवस्था, सब कुछ व्यवस्थित तरीके से हो ताकि आमजन को कोई परेशानी न होने पाए।