वरुणा तट पर बारिश की बूंदों में घुला भक्ति रस
वाराणसी : आदि नदी वरुणा के तट पर शुक्रवार को बारिश की बूंदों में भक्ति रस घुला। लालबहादुर शास्त्री घ
वाराणसी : आदि नदी वरुणा के तट पर शुक्रवार को बारिश की बूंदों में भक्ति रस घुला। लालबहादुर शास्त्री घाट पर रिमझिम फुहार के बीच पांच बटुकों ने आरती उतारी। कलाकारों ने सुर राग सजाए और इसमें श्रद्धालु बंधे नजर आए। भीगते हुए हाथ जोड़े पूजन विधान निभाए और सुर-राग की उफनाती भक्ति गंगा में गोते भी लगाए। लोक हितैषी सोसायटी के भजन गायक राघवेंद्र शर्मा ने 'मोहे लागी लगन गुरु चरनन की..' से गुरु देव की आराधना की। 'ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन..', 'सागर पार से सीता का समाचार ले आने वाले..' व 'श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया..' गायन से विभोर किया। पवन सवेरा ने 'कर्पूर गौरं करूणावतारं..' व 'गुरु बिन कौन लगाए पार..' से भावों से भर दिया। तबला पर नितेश श्रीवास्तव व हारमोनियम पर हर्ष शर्मा ने संगत किया। वरुणा पूजन अजय सिंह व संचालन लोकचेतना अध्यक्ष केके उपाध्याय ने किया। संतोष श्रीवास्तव, मोहित जायसवाल, संजय सिंह, सविता सिंह, शर्मिला सिंह, आशा राजभर, परमनानंद, बजरंग बहादुर सिंह, अनिल श्रीवास्तव आदि थे।