बना रहे थे नकली डिटर्जेट व नमक
वाराणसी : सारनाथ के दीनापुर में घड़ी डिटर्जेट पावडर के नाम पर नकली पावडर बनाने के गोरखधंधे का गुरुवार
वाराणसी : सारनाथ के दीनापुर में घड़ी डिटर्जेट पावडर के नाम पर नकली पावडर बनाने के गोरखधंधे का गुरुवार को पुलिस व कंपनी के प्रतिनिधियों ने पर्दाफाश किया। दीनापुर गांव में एक मकान पर दबिश देकर नकली डिटर्जेट पावडर बनाने का खुलासा करते हुए दो लोग गिरफ्तार किए गए।
घड़ी डिटर्जेट पाउडर बनाने वाली आरएसपीएल लिमिटेड कंपनी, कानपुर को बीते कुछ दिनों से जानकारी मिल रही थी उनके डिटर्जेट पाउडर के नाम पर कुछ लोग वाराणसी में कारोबार कर रहे हैं। इस सूचना पर कंपनी के एजीएम मनोज सिंह, विजय प्रताप सिंह ने अपनी टीम के साथ शहर में डेरा डाला और घड़ी डिटर्जेट के नाम पर नकली माल तैयार करने वालों की पड़ताल शुरू की। पुख्ता जानकारी हाथ लगने पर गुरुवार को सारनाथ पुलिस से संपर्क साधा। पुलिस के साथ दीनापुर गांव में एक मकान में दबिश दी। मौके से घड़ी डिटर्जेट पाउडर के हजारों नकली रैपर के साथ पैंतीस बोरी यानि लगभग कुल 11 कुंतल नकली डिटर्जेट बरामद हुआ। मौके से पुलिस टीम को एक सिलाई व पैकिंग मशीन के साथ नमक की 17 बोरी बरामद हुई। पुलिस ने घड़ी डिटर्जेट पाउडर के नाम से नकली माल तैयार कर रहे परवेज निवासी शकूराबाद, मुगलसराय चंदौली को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि मकान के एक अन्य कमरे में टाटा कंपनी के नाम पर नकली नमक तैयार किया जा रहा है। पुलिस ने छापा मारकर रमेश यादव निवासी हुसैनपुर, भीमापार गाजीपुर को पकड़ा और मौके से 37 बोरी नमक बरामद किया। पुलिस ने रमेश व परवेज के खिलाफ कापीराइट एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा कायम गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगों ने बताया कि घड़ी डिटर्जेट के नाम पर नकली माल तैयार कराने में विशेश्वरगंज के एक कारोबारी फतेह बहादुर का हाथ है। फतेह बहादुर ही परवेज को सारा सामान उपलब्ध कराता था। दूसरी ओर टाटा कंपनी के नाम पर नमक बनाने के मामले में विशेश्वरगंज के ही कारोबारी पप्पू का नाम सामने आया। पुलिस दोनों से पूछताछ की तैयारी में है।