वरुणा तट पर गीत-भजनों से बही भक्ति गंगा
वाराणसी : वरुणा के लालबहादुर शास्त्री घाट पर बुधवार की शाम गीत-भजनों से भक्ति गंगा बही। पांच बटुकों
By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Apr 2017 02:11 AM (IST)Updated: Thu, 27 Apr 2017 02:11 AM (IST)
वाराणसी : वरुणा के लालबहादुर शास्त्री घाट पर बुधवार की शाम गीत-भजनों से भक्ति गंगा बही। पांच बटुकों ने दीप-धूप व कपूर से सस्वर मंत्रों के बीच पूरी भव्यता के साथ मां वरुणा की आरती उतारी। इसमें श्रद्धालुओं ने विभोर मन से स्वर मिलाए और इसी मंच पर कलाकारों की प्रस्तुतियों पर झूमते नजर आए। इसमें राजेंद्र प्रसाद सरोज ने 'ऐसी लागी लगन..' समेत भजनों से स्वर गंगा बहाई। नीलम सिंह ने आज 'मां का मंदिर फूलों से सजाया..', 'पंख होते तो उड़ जाती रे..' की शानदार प्रस्तुति की। सुरेश संगम ने 'बम-बम बोल रहा है काशी..' से रंग बरसाए। ढोलक पर विशाल व हारमोनियम पर आकाश गुप्ता ने संगत किया। संचालन लोक चेतना अध्यक्ष केके उपाध्याय ने किया।
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