चैत में ही जेठ जैसी गर्मी व लू
वाराणसी : चिलचिलाती गर्मी के साथ तेज हवा ने गुरुवार को चैत माह में ही जेठ का अहसास करा दिया। लू के थ
वाराणसी : चिलचिलाती गर्मी के साथ तेज हवा ने गुरुवार को चैत माह में ही जेठ का अहसास करा दिया। लू के थपेड़ों से लोग बिलबिला गए। यह स्थिति सुबह से ही हो गई थी। वहीं शाम के बाद हवा तो कम हो गई, लेकिन गर्मी और बढ़ गई। इस दौरान दोपहर में लोगों ने बाहर निकलने से परहेज किया और शाम ढलने के बाद लोगों ने पार्को एवं घाटों की ओर रूख किया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मौसमी अभी और सख्ती दिखाएगा। पछुवा हवा चलने के कारण हवा भी गर्म आ रही थी।
होली के कुछ दिनों बाद से ही मौसम ने करवट ले ली है। इससे पहले ऐसा लग रहा था कि राम नवमी तक थोड़ी बहुत ठंडी बनी रहेगी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हो रहा है। स्थिति दिन-ब-दिन विकराल रूप धारण करते जा रही है। हालांकि गुरुवार को बुधवार से कुछ तापमान कर्म दर्ज किया गया। बावजूद इसके गर्मी से राहत नहीं दिखी, बल्कि गर्म भरी हवा ने मुश्किल और बढ़ा दी। इसके साथ कई बार बिजली गुल होने से लोग और ज्यादा परेशान हुए। दिन भर धूल-धक्कड़ उड़ते रहा। ग्रामीण कृषि मौसम सेवा बीएचयू के नोडल अधिकारी प्रो. आरएस सिंह व तकनिकी अधिकारी शिव मंगल सिंह ने बताया कि गुरुवार को अधिकतम तापमान 39 और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। वहीं आद्रता अधिकतम 65 व न्यूनतम 30 रही। बताया कि हवा की गति 19 किलोमीटर प्रति घंटे थी। आने वाले दिनों में मौसम साफ रहने की संभावना जताई जा रही है।
प्रसिद्ध मौसम वैज्ञानिक प्रो. एसएन पांडेय बताते हैं कि फिलहाल स्थिति अभी काबू में हैं। बताया कि आगे चल कर तापमान और बढ़ेगा, जिसके कारण तेज गर्मी भी बढ़ेगी। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि इन दिनों जो स्थिति बनी है वह गेहूं की दवरी के अनुरूप है। इससे पौधे सख्त हो जाएंगे। हां, अगर आंधी व बर्फ के साथ तेज बारिश हुई तो फसलों को नुकसान पहुंचेगा।