चार पर्चे पर नहीं अब कोई चर्चा
मिर्जामुराद : उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रदेश का माहौल बिगाड़ने
मिर्जामुराद : उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश शुरू कर दी है। अफवाहों से लेकर भय पैदा करने की कोशिशों का सिलसिला बदस्तूर जारी है। हालांकि पुलिस किसी भी मामले को हल्के में नहीं ले रही है। खुफिया व सुरक्षा एजेंसियां लगातार संवेदनशील इलाकों में भ्रमण कर रही हैं।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मिर्जामुराद इलाके में बीते दिनों आइएसआइएस के नाम का सहारा लेते हुए पूर्वाचल में तबाही के बाबत फेंके गए चार पर्चो का मामला अब ठंडा पड़ता जा रहा है। शुक्रवार को इलाके में धमकी भरे पत्र के बाबत कोई खास असर नही दिखा। अन्य दिनों की भांति दुकानें खुली। लोगों के चेहरे पर भय नहीं था बल्कि पुलिस की सुरक्षा-व्यवस्था पर भरोसा दिखा। चाय- पान की दुकानों पर ग्रामीण पर्चे के बाबत अब भी चर्चा करते दिखे। पुलिस भी इलाके में लगातार चक्रमण कर रही है। हालांकि अब तक पर्चा लिखने वाले का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
बताते चलें कि मिर्जामुराद कस्बे में हाइवे किनारे बुधवार की सुबह धर्मशाला के निकट कुछ दुकानों के बाहर सफेद कागज पर संदेश फेंका मिला था। कागज पर आइएसआइएस पाकिस्तान जिंदाबाद समेत ही 24 मार्च को पूर्वाचल में तबाही-बचा सकते हो तो बचा लो, अबकी बार यूपी पे वार, यूपी में हमारे दो हजार जवान है। यूपी ही हमारा फोकस है, लिखा था। सिग्नेचर के रूप में 786 लिख उसे गोले में करने केसाथ क्रम संख्या लिखा गया था। क्रम संख्या 1, 3, 5 और 10 के लिखे चार पर्चे पुलिस को बरामद हुए। नीले रंग की स्याही बॉलपेन (डाटपेन) प्रयोग कर सभी पेपर पर हाथ से ही एक ही तरह के मिलते-जुलते शब्द लिखे गए थे। इस मामले में थाना प्रभारी संतोष सिंह की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ धारा 124 क (राष्ट्रद्रोह) का मुकदमा दर्ज किया गया है। सीओ (बड़ागाव) समेत आइबी, एलआइयू, एटीएस, एसटीएफ की टीम ने भी पर्चे केबाबत जानकारी ली थी।