अब अत्याधुनिक मशीनों से होगी जांच
वाराणसी : मशीनों की खराबी के कारण मरीजों को जांच के लिए अब नहीं भटकना होगा। इसके लिए प्रदेश सरकार की
वाराणसी : मशीनों की खराबी के कारण मरीजों को जांच के लिए अब नहीं भटकना होगा। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से मंडलीय व पं. दीनदयाल अस्पताल की पैथालाजी को अत्याधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है और दोनों ही अस्पतालों की पैथालाजी को 25-25 लाख रुपये की अत्याधुनिक मशीनें मिल गई हैं। इनमें लगभग 150 तरह की बड़ी जांचों के लिए पहले ही शासन स्तर पर अनुबंधित निजी पैथ लैब स्थापित की जा चुकी है। वहीं अन्य जांच जो अस्पताल के स्तर पर की जाती है, उन्हें भी समृद्ध किया जा रहा है।
आई हैं यह मशीनें
सेमी आटो एलाइजर, फुल्ली कंप्यूटराइज्ड बायोकेमिस्ट्री एनलाइजर, इलेक्ट्रोलाइट एनलाइजर, हीमैटोलाजी एनलाइजर 20 पैरामीटर मशीन लगाई गई हैं। इनके लगने से पैथालाजी में मरीजों की एक साथ कई जांच जल्दी व सटीक होंगी।
एक हफ्ते में मिलने लगेगी सेवा
मंडलीय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. अरविंद सिंह के अनुसार मशीनें एक सप्ताह में कार्य करने लगेंगी। आपूर्तिकर्ता कंपनी के इंजीनियर शनिवार को इन्हें स्थापित करने आए थे। हफ्ते भर में कार्य पूरा कर लेने का भरोसा दिया है।
सवाल : मशीनें चलाएगा कौन
पैथालाजी को भले ही आधुनिक मशीनें दे दी गई हों, लेकिन अभी बड़ा सवाल यह है कि इन्हें चलाएगा कौन। दोनों अस्पतालों की पैथालाजी पहले ही टेक्नीशियन के अभाव से जूझ रही हैं। ऐसे में तय समय से जांच रिपोर्ट भी नहीं मिल पाती है। इसे लेकर अक्सर किचकिच होती है।
गोलमाल : कहां गई पुरानी मशीनें
मरीज हित में मशीनों की खरीद पर भला किसे आपत्ति हो सकती है, लेकिन पंडित दीनदयाल अस्पताल में दो साल पहले ही लाखों रुपये की लागत से इस मद में मशीन खरीद की जा चुकी है। इसमें डायरिया के मरीजों के लिए बेहद जरूरी इलेक्ट्रोलाइट एनलाइजर मशीन अब तक चलना तो दूर खुली ही नहीं है। वहीं आटो एनलाइजर खराब पड़ी है, जिससे जांच प्रभावित हो रही है।