वास्तुशास्त्र एक परंपरा : प्रो. शत्रुघ्न
वाराणसी : डीएवी पीजी कालेज के संस्कृत विभाग द्वारा आयोजित संस्कारात्मकर्मकाण्डेन सह-ज्योतिष-वास्तु क
वाराणसी : डीएवी पीजी कालेज के संस्कृत विभाग द्वारा आयोजित संस्कारात्मकर्मकाण्डेन सह-ज्योतिष-वास्तु कौशल विकास कार्यशाला के पांचवें दिन सोमवार को मुख्य वक्ता बीएचयू के ज्योतिष विभाग के प्रो. शत्रुघ्न त्रिपाठी ने कहा कि वास्तुशास्त्र एक परंपरा है। इसकी आवश्यकता आज भी समाज को है। कहा कि आज वास्तुशास्त्र के माध्यम से देश में 600 करोड़ रुपये की कमाई की जा रही है।
प्राचार्य डा. सत्यदेव सिंह ने कहा कि आधुनिक समय में कौशल विकास की बात की जा रही है, ऐसे में वास्तुशास्त्र भी एक माध्यम हो सकता है। इस मौके पर विभागाध्यक्ष डा. लल्लन प्रसाद जायसवाल, डा. मिश्री लाल यादव, डा. पूनम सिंह, डा. एके मिश्र, डा. हरिश्चंद्र यादव, डा. समीर कुमार पाठक, डा. विमल आदि मौजूद थे।