बाजार से भूसा गायब, बेजुबान संकट में
वाराणसी : बाढ़ की विभीषिका में फंसे लोगों की जान आफत में है। प्रशासन व सामाजिक संस्थाएं लोगों तक किस
वाराणसी : बाढ़ की विभीषिका में फंसे लोगों की जान आफत में है। प्रशासन व सामाजिक संस्थाएं लोगों तक किसी तरह से पैकेट बंद भोजन व पानी पहुंचाने के इंतजाम में जुटे हुए हैं। इधर, बेजुबानों की जान भी संकट में है। हरा चारा पहले ही बाढ़ की भेंट चढ़ चुका है। अब बाजार से भूसा भी गायब है। ऐसे में पशुओं को चारे की कमी के कारण बीमारी का शिकार भी होना पड़ रहा है।
जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए भूसा व्यापारियों व पशुपालन विभाग के अधिकारियों संग गुरुवार को सुबह 11 बजे विकास भवन सभागार में बैठक की। अधिकारियों को निर्देश दिया कि कि भूसा की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ धारा 3/7 के तहत व आइपीसी की धाराओं में कठोर कार्रवाई करें। एडीएम सिटी को निर्देशित किया कि मजिस्ट्रेट की टीम लगाकर कालाबाजारी करने वालों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की जाए।
दूसरी तरफ डीएम ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि बाजार मूल्य पर प्रशासन भूसा खरीदेगा। व्यापारियों को कोई नुकसान नहीं होगा। 80 ग्रामसभाओं में पशुओं के लिए चारा शीघ्र पहुंचाना है। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि प्रतिदिन कम से कम 18 गाड़ी भूसा माग अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। प्रति दिवस प्रति पशु 70 रुपये का भुगतान किया जा रहा है। पैसे की कोई कमी नहीं है। बैठक में एडीएम सिटी विंध्यवासिनी राय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी वीबी सिंह समेत सभी अधिकारी मौजूद रहे।
नदारद व्यापारी की होगी पेशी
रामनगर कटेसर निवासी भूसा व्यापारी लल्लू द्वारा बीमारी का बहाना बना कर बैठक से नदारद रहने को डीएम ने गंभीरता से लिया। उन्होंने रामनगर थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि मेरे सामने उन्हें पेश किया जाए।