भोलेनाथ सहज द्रवित होने वाले देव : बालव्यास
वाराणसी : राष्ट्रसंत कथावाचक पं. श्रीकांत शर्मा बालव्यास ने कहा कि विश्व के नाथ बाबा भोलेनाथ को श्रा
वाराणसी : राष्ट्रसंत कथावाचक पं. श्रीकांत शर्मा बालव्यास ने कहा कि विश्व के नाथ बाबा भोलेनाथ को श्रावण सबसे प्रिय मास है। इस माह में श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण का विशेष महत्व है। इस माह में बाबा भोलेनाथ भक्तों को गले लगाते हैं। अनाथों के नाथ भोलेनाथ सहज द्रवित होने वाले देव हैं। आनंद कानन काशी सभी को आनंद देने वाली है।
श्रीकाशी सत्संग सेवा समिति के तत्वावधान में दुर्गाकुंड स्थित धर्मसंघ में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन बालव्यास ने कहा कि जीवन की सभी समस्याओं का काशी में समाधान है। शिक्षा, दीक्षा और भिक्षा काशी की ही देन है। शिक्षा में गंगा, दीक्षा-भगवान शिव और भिक्षा- मां अन्नपूर्णा प्रदान करती हैं। उन्होंने राधा चरित्र का भावमय वर्णन करके कथा प्रेमियों को भावविह्वल कर दिया। उन्होंने बताया कि सोमवार को सुबह पंडाल में सामूहिक रुद्राभिषेक का कार्यक्रम होगा। इसके पूर्व कथा के यजमान जयप्रकाश अग्रवाल व राधा अग्रवाल ने पोथी पूजन किया। अंत में कमलेश बाजोरिया व अवधेश खेमका ने सभी के प्रति आभार जताया।
निकाली गई भव्य शोभायात्रा
कथा के विश्राम के बाद धर्मसंघ से बाजे-गाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। सुसज्जित रथ पर बालव्यास विराजमान थे। उनके पीछे श्रीमद्भागवत पोथी लेकर लोग चल रहे थे। भक्तों का हुजूम भजन-कीर्तन करते चल रहे थे। शोभायात्रा दुर्गाकुंड से होकर त्रिदेव मंदिर तक गई। यात्रा में रघुदेव अग्रवाल, मनीष गिनोडिया, अनिल सर्राफ, कृष्ण काबरा, अनिल अग्रवाल व चंपालाल सरावगी आदि शामिल थे।