मेस में खराब खाना को लेकर शोधार्थियों का धरना
वाराणसी : मेस में गुणवत्तायुक्त खाने की मांग को लेकर आइआइटी, बीएचयू के छात्रों ने मंगलवार को निदेशक
वाराणसी : मेस में गुणवत्तायुक्त खाने की मांग को लेकर आइआइटी, बीएचयू के छात्रों ने मंगलवार को निदेशक कक्ष के सामने धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने जमकर नारेबाजी की।
संस्थान के निदेशक प्रो. राजीव संगल के आश्वासन के बाद छात्र माने और करीब शाम चार बजे के बाद शोध छात्रों ने धरना स्थगित कर दिया।
छात्रों का कहना है कि बीएचयू इंजीनिय¨रग संस्थान को करीब चार वर्ष पहले आइआइटी का दर्जा तो मिल गया किंतु समस्याएं जस की तस हैं। वर्ष 2013 में नए निदेशक की नियुक्ति के बाद समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास किए गए। इसके तहत शोध छात्रों को छात्रावास में अलग से कक्ष आवंटित किए गए। हालांकि एक छोटे कक्ष में दो-दो छात्रों को आवंटित कर दिए गए। बार-बार अनुरोध करने के बावजूद अब तक शोध छात्रों को एकल कक्ष नहीं आवंटित किया गया। इतना ही नहीं मेस के नाम पर 12000 रुपये एडवांस भी लिया जा रहा है। बावजूद इसके खाने की गुणवत्ता बेहद खराब रहती है। असमय मेस बंद कर दिया जाता है। त्योहार में 15 दिनों तक मेस बंद रहता है। ऐसे में 300 शोधार्थियों को होटल व ढाबे में खाना पड़ता है। छात्रों ने मेस का शुल्क प्रतिमाह लेने का अनुरोध किया है। निदेशक ने शोध छात्रों की मांगों पर जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया है।