शिक्षक-कर्मचारी लामबंद, आंदोलन की बनी रणनीति
-मुख्यालय पर देंगे चार को धरना वाराणसी : केंद्र व राज्य सरकारें श्रम कानून व मजदूरी नियम का उल्लंघ
-मुख्यालय पर देंगे चार को धरना
वाराणसी : केंद्र व राज्य सरकारें श्रम कानून व मजदूरी नियम का उल्लंघन करते हुए शिक्षक-कर्मचारियों के सेवानिवृत्त का लाभ नई पेंशन योजना के नाम पर छीन ली है। कर्मचारियों के अवकाश उपरांत मिलने वाली सात सुविधाओं की भू्रण हत्या कर दी है। कर्मचारी-शिक्षक का परिवार इस वक्त अनिश्चय की स्थिति में है। माध्यमिक शिक्षक संघ 2008 से ही पुरानी पेंशन का विरोध करती आ रही है। नतीजा है कि आज कर्मचारी व शिक्षक संगठन इसे प्रथम मांग के रूप में लेकर सूबे में आंदोलित है।
शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह कर्मचारियों व शिक्षक संगठनों के साथ बैठक की। इसके बाद आंदोलन की रणनीति बनी। विधायक ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में चार अगस्त को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद केंद्र व राज्य को संदर्भित ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश संयुक्त राज्य कर्मचारी परिषद के साथ दस से 12 अगस्त तक होने वाले तीन दिवसीय हड़ताल में भी शामिल होगा। पुरानी पेंशन बहाल नहीं की गई तो एक सितंबर को विधानसभा भवन पर धरना प्रदर्शन व घेराव होगा। यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक कि पुरानी पेंशन योजना लागू नहीं हो जाती । इस आंदोलन में शिक्षक कर्मचारी जेल जाने को भी तैयार हैं।