आयकर के नए नियम काफी जटिल
वाराणसी : आयकर के नए नियम अब जटिल हो गए हैं। अभी तक आयकर की गणना लेखा बही में एकाउंटिंग स्टैंडर्ड के
वाराणसी : आयकर के नए नियम अब जटिल हो गए हैं। अभी तक आयकर की गणना लेखा बही में एकाउंटिंग स्टैंडर्ड के नियमों व आयकर के प्रावधानों के अनुसार की जाती थी, लेकिन अब आइसीडीएस के तहत हिसाब होगा। अब आयकर विवरणी बनाते वक्त आइसीडीएस (इंकम कंप्यूटेशन एंड डिस्क्लोजर स्टैंडर्ड) के 10 नियमों के अनुसार ही टैक्स की गणना की जाएगी। आइसीडीसी एक अप्रैल 2015 से लागू हुआ जिसके तहत इस वित्तीय वर्ष में टैक्स देय होगा।
यह जानकारी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, वाराणसी की ओर से आयोजित सेमिनार के पहले सत्र में कानपुर के सीए राजीव मल्होत्रा ने दी। छावनी क्षेत्र स्थित एक होटल में दो सत्र का सेमिनार हुआ। दूसरे सत्र में आइसीएआइ के पूर्व अध्यक्ष अमरजीत चोपड़ा ने बताया कि कंपनीज आडिटर्स रिपोर्ट कुछ विशेष प्रकार की कंपनियों पर लागू होगी। सीए को कंपनियों के ऑडिट रिपोर्ट के साथ सीएआरओ की रिपोर्ट भी देनी होगी। 31 जुलाई तक बिना ऑडिट और 30 सितंबर तक ऑडिट वालों को आयकर जमा करना होगा।
सेमिनार में मुख्य अतिथि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के सेंट्रल काउंसिल के सदस्य मनु अग्रवाल ने आयकर के नए नियमों पर चर्चा की। कहा कि आयकर नियमों में संशोधन का सीए को अध्ययन करना चाहिए। सेमिनार का शुभारंभ वाराणसी शाखा के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार द्विवेदी ने किया। पहले सत्र की अध्यक्षता अभय कुमार और संचालन सतीश चंद्र जैन ने किया। दूसरे सत्र का शुभारंभ अतुल सेठ, अध्यक्षता विनय कुमार व संचालन सलोनी सिंघल ने किया। आभार शिशिर उपाध्याय ने प्रकट किया।