अस्पताल--फोटो---अस्पताल में 'जुगाड़' बना विद्युत आपूर्ति का आधार
-साल भर पहले जला पैनल रूम का मेन स्विच नहीं बदला गया -दुर्घटना की स्थिति में काबू पाना होगा मुश्कि
-साल भर पहले जला पैनल रूम का मेन स्विच नहीं बदला गया
-दुर्घटना की स्थिति में काबू पाना होगा मुश्किल
वाराणसी : कहीं किसी चीज की मुकम्मल व्यवस्था न हो तो वहां जुगाड़ काम आ जाता है और इसी तरह के जुगाड़ से मंडलीय अस्पताल में साल भर से विद्युत आपूर्ति भी हो रही है।
विद्युत कक्ष में नंगे तारों का जाल फैला है। आग लगने पर स्थिति पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा।
अस्पताल परिसर में पर्चा काउंटर के पास से मेन लाइन का तार ओटी के पास स्थित कक्ष में आया है। यहां बिजली के पैनल रूम में लगा 600 वाट का मेन स्विच 2015 में ही जल गया लेकिन अब तक बदला नहीं गया है। तारों जो इधर-उधर जोड़कर बिजली की आपूर्ति की जा रही है। पैनल रूम की स्थिति देखकर आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि इसमें हल्की सी लापरवाही जान पर आफत बन सकती है।
वहीं बिजली मिस्त्री रोजाना ही यहां खतरे में जान डालकर जांच करते हैं कि कहीं कोई फाल्ट तो नहीं हुआ है। इलेक्ट्रिशियन का कहना है कि यहां 1000 वाट का मेन स्विच लगाने की मांग की गई है जिससे कभी भी दुर्घटना होने पर इस पर काबू पाया जा सके।
वार्ड चार का जला है केबल
पैनल रूम से वार्ड चार में बिजली की आपूर्ति करने वाला 120 एमएम केबल 28 फरवरी को ही जल गया। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर 10 एमएम तार के भरोसे बिजली की सप्लाई की जा रही है। यहां लोड अधिक है जिससे कभी भी बिजली की आपूर्ति बंद हो सकती है।