भारत-नेपाल संबंध पर चर्चा, 30 पुरातन छात्र सम्मानित
वाराणसी : राजनीति विज्ञान विभाग, बीएचयू की ओर से सामाजिक विज्ञान संकाय के न्यू पीजी बिल्डिंग में शुक
वाराणसी : राजनीति विज्ञान विभाग, बीएचयू की ओर से सामाजिक विज्ञान संकाय के न्यू पीजी बिल्डिंग में शुक्रवार को दो दिवसीय 'भारतीय साहित्य में राजनीतिक चिंतन' विषयक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत की हुई। मुख्य अतिथि व नेपाली कांग्रेस के सासद डा. अमरेश कुमार सिंह ने भारत और नेपाल के मधुर संबंधों पर चर्चा की। कहा कि काशी और नेपाल का संबंध पुरातन है। कार्यक्रम में प्रो. सतीश राय, प्रो. डीजीए खान सहित 30 पुरातन छात्रों को सम्मानित किया गया। हालांकि राजेश मिश्रा व मणिशंकर पांडेय किन्हीं कारणों से नहीं पहुंच पाए थे।
लखनऊ विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग के अध्यक्ष प्रो. मनोज दीक्षित ने पाली, संस्कृत, तेलुगु, उर्दू पर अध्ययन और शोध के क्षेत्र में अधिक जोर दिया। संगोष्ठी का उद्घाटन करने के बाद बीएचयू के कुलपति प्रो. जीसी त्रिपाठी ने कहा कि संगोष्ठी से माध्यम से राजनीतिक साहित्य को करीब से जानने और समझने का मौका मिलेगा। संयोजक व विभागाध्यक्ष प्रो. कौशल किशोर मिश्र ने कहा कि भारतीय साहित्य के अध्ययन के बिना भारत में राजनीतिक चिंतन का विकास संभव नहीं है। इस मौके पर प्रो. मंजीत चतुर्वेदी, अंशु मोहन, चंदन कुमार, शैलेश कुमार, शिव, मनोज कुमार, पूनम कुमारी आदि मौजूद थीं। संचालन डा. अभिनव शर्मा व धन्यवाद ज्ञापन प्रो. आरपी पाठक ने किया।