Move to Jagran APP

डाक अभिकर्ताओं से लिए गए बयान

वाराणसी : डीएलडब्ल्यू उप डाकघर घोटाला प्रकरण में शुक्रवार को डाक अभिकर्ताओं से पूछताछ की गई। टाइम डि

By Edited By: Published: Sat, 28 May 2016 02:18 AM (IST)Updated: Sat, 28 May 2016 02:18 AM (IST)
डाक अभिकर्ताओं से लिए गए बयान

वाराणसी : डीएलडब्ल्यू उप डाकघर घोटाला प्रकरण में शुक्रवार को डाक अभिकर्ताओं से पूछताछ की गई। टाइम डिपाजिट के करीब सौ खातों का पासबुक से मिलान कराया गया। जांच अंतिम चरण में है। अब तक घोटाले की धनराशि सात करोड़ से अधिक हो चुकी है। घोटाले के आरोप में अब तक सहायक डाक अधीक्षक सहित छह लोग निलंबित हो चुके हैं।

loksabha election banner

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जांच तकरीबन अंतिम चरण में है। शुक्रवार को चार डाक अभिकर्ताओं से बयान लिए गए। इनके अलावा टाइम डिपाजिट (टीडी) के लगभग सौ खाताधारकों के पासबुक से खातों का मिलान किया गया। खातों के सत्यापन में कुछ खामियां मिली हैं।

सिर्फ डीएलडब्ल्यू उप डाकघर में बचत खाता, आरडी एकाउंट, सुकन्या योजना, टीडी आदि सहित आठ हजार खाते हैं। इसमें इंट्री करीब दो लाख से अधिक हैं। एक-एक इंट्री की पासबुक से मिलान की जा रही है। जांच में सबसे ज्यादा गड़बड़ी बचत खाता में पकड़ी गई है। ये सभी खाते कोर बैंकिंग सर्विस (सीबीएस) से जुड़े हैं। अब तक करीब 95 फीसद खातों का मिलान (सत्यापन) किया जा चुका है।

गौरतलब है कि डीएलडब्ल्यू उप डाकघर में पिछले दिनों हुए करोड़ों के घोटाले के मुख्य आरोपी कुमार प्रियदर्शी ने पटना जीपीओ, अनीसाबाद व जयपुर डाकघर में अपने रिश्तेदारों के नाम खाता खोलकर करीब दो करोड़ रुपये जमा किए थे। इसमें पटना जीपीओ में एक करोड़, अनीसाबाद में आठ लाख व जयपुर डाकघर में 79 लाख रुपये जमा किए थे। इन खातों से 1.7 करोड़ रुपये सीज कर दिए गए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.