केंद्र से बाहर कापी लिखवाने पर मान्यता होगी समाप्त
जागरण संवाददाता, वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन 25 मई से होने वाली शास्त्री-आच
जागरण संवाददाता, वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन 25 मई से होने वाली शास्त्री-आचार्य की परीक्षा में नकल रोकने के लिए कटिबद्ध हैं। इस क्रम में केंद्राध्यक्षों को नकलविहीन परीक्षा कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही केंद्र के बाहर उत्तर पुस्तिकाएं लिखवाने पर मान्यता समाप्त करने की चेतावनी भी दी गई है।
परीक्षा के मद्देनजर कुलपति प्रो. यदुनाथ दुबे की अध्यक्षता में मंगलवार को परिसर स्थित योग साधना के संवाद कक्ष में उड़ाका दल के संयोजकों की बैठक हुई। इसमें नकल रोकने पर व्यापक मंथन किया गया। इस दौरान कुलपति ने उड़ाका दल के संयोजकों से सामूहिक नकल की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया ताकि संदेह के लाभ में कोई छूट न सके। दूसरी ओर संयोजकों ने पारिश्रमिक का मुद्दा उठाया। कुलपति ने उड़ाका दल के सदस्यों को उचित पारिश्रमिक देने का आश्वासन दिया।
जनपद में 23 केंद्र
परीक्षा नियंत्रक डा. राजनाथ ने बताया कि प्रथमा, पूर्व मध्यमा, उत्तर मध्यमा, शास्त्री व आचार्य की परीक्षा छह जून तक दो पालियों में चलेगी। प्रथम पाली की परीक्षा सुबह सात से 10 बजे तक व द्वितीय पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक होगी। 79,8़18 परीक्षार्थियों के लिए पूरे देश में 376 केंद्र बनाए गए हैं। इसमें सूबे के बाहर विभिन्न प्रदेशों में 35 केंद्र भी शामिल हैं। वहीं जनपद में 8516 परीक्षार्थियों को 23 केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा के मद्देनजर कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं।