फोरेंसिक लैब में विशेषज्ञ जांच रहे सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग
वाराणसी : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के महिला महाविद्यालय में इतिहास की असिस्टेंट प्रोफेसर स्वस्ति पा
वाराणसी : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के महिला महाविद्यालय में इतिहास की असिस्टेंट प्रोफेसर स्वस्ति पांडेय की आत्महत्या के मुकदमे में अब तक आरोपी के खिलाफ कार्रवाई न होने से परिजन आहत हैं। हालांकि भेलूपुर पुलिस ने मुकदमे में आरोपी डीरेका के इंजीनियर अंबेश मणि त्रिपाठी का नाम जोड़ लिया है। स्वस्ति के सुसाइड नोट की जांच फोरेंसिक प्रयोगशाला में हैंड राइटिंग विशेषज्ञों से कराई जा रही है। इसके साथ ही उनके मोबाइल कॉल डिटेल से यह भी पता लगाया जा रहा है कि आरोपी से घटना से पूर्व प्रोफेसर की बात हुई थी या नहीं।
शादी टूटने से आहत असिस्टेंट प्रोफेसर स्वस्ति पांडेय ने बीते शनिवार की शाम महमूरगंज स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घर से मिले सुसाइड नोट में पता चला कि डीरेका के इंजीनियर अंबेशमणि त्रिपाठी ने उसे शादी तोड़ने का फैसला सुनाया था जिससे वह परेशान थी। इंसपेक्टर भेलूपुर के मुताबिक शुरूआती जांच के बाद शादी तोड़ने वाले को आरोपी बना लिया गया है। इसके साथ ही सुसाइड नोट की जांच कराने के लिए उसकी हैंड राइटिंग का नमूना लिया गया है। प्रयोगशाला में इसकी जांच विशेषज्ञों से कराई जा रही है। आरोपित इंजीनियर की भी तलाश की जा रही है। उसका मोबाइल फोन स्वीच आफ बता रहा है। फिलहाल वह फरार चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने उसके रिश्तेदारों से पूछताछ की है। पुलिस ने आरोपी के संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी लेकिन वह हाथ नहीं लगा। मामला इमोशनल ब्लैकमेलिंग से जुड़ा है।