बीएचयू के छात्र ने की आत्मदाह की कोशिश
जागरण संवाददाता, वाराणसी : मानक से कम उपस्थिति होने व शुल्क न जमा करने के कारण काशी ¨हदू विश्वविद
जागरण संवाददाता, वाराणसी : मानक से कम उपस्थिति होने व शुल्क न जमा करने के कारण काशी ¨हदू विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रवेश पत्र रोके जाने से क्षुब्ध विधि के एक छात्र ने गुरुवार को आत्मदाह की कोशिश की। परिसर स्थिति केंद्रीय कार्यालय के सामने विधि पंचम सेमेस्टर के छात्र ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल उडे़ल लिया। इतना ही नहीं जैसे ही वह माचिस की तीली निकाल कर जलाने जा रहा था कि कुछ दूर पर खड़े उसके साथी प्रशांत त्रिपाठी की नजर उस पर पड़ गई। वह दौड़कर उसे ऐसा करने से रोक लिया। दूसरी ओर दोस्त को समझाने-बुझाने के चक्कर में प्रशांत की भी परीक्षा छूट गई।
प्रशांत ने मित्र को तत्काल फीस जमा करने के लिए 10 हजार रुपये की मदद की। वहीं प्रो. आरपी सिंह ने भी फीस जमा करने में पांच हजार रुपये की सहायता की। ऐसे में अब शुल्क जमा करने की समस्या दूर हो गई है। बीएचयू के विधि की परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए कक्षाओं में 80 फीसद उपस्थिति अनिवार्य है। छात्र का कहना है कि मेरी उपस्थिति 76 फीसद है। मानक से महज चार फीसद उपस्थिति कम है। जबकि 36 फीसद उपस्थित रहने वाले छात्रों को भी प्रवेश पत्र दे दिया गया है। कहा कि पैसे की कमी के कारण शुल्क नहीं जमा कर सका। शुल्क माफ कराने के लिए कई बार कुलपति से मिलने की कोशिश की, लेकिन उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई। इसके लिए डीन से भी गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने दो टूक जवाब दिया कि तुम्हारे पास पैसा नहीं है तो क्यों पढ़ रहे हो। उन्होंने प्रवेश पत्र देने से मना कर दिया। इसके चलते 26 नवंबर को होने वाली परीक्षा छूट गई। इससे क्षुब्ध होकर आत्मघाती कदम उठाने को बाध्य होना पड़ा। देवरिया जिले के हाटा, नदौली निवासी छात्र दो भाई हैं। एक भाई प्राइवेट नौकरी करते हैं। चार वर्ष की उम्र में ही छात्र के सिर से पिता का साया उठ गया था। ऐसे में 15 हजार रुपये एकमुश्त शुल्क जमा कर पाना उसके लिए संभव नहीं हो रहा था।