डा. विवेक शर्मा की ओपीडी में भिड़े दो छात्र गुट
जागरण संवाददाता, वाराणसी : बीएचयू स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल में मंगलवार की सुबह छात्रों के दो गुट
जागरण संवाददाता, वाराणसी : बीएचयू स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल में मंगलवार की सुबह छात्रों के दो गुटों में मारपीट हो गई। इसके कारण इलाज कर रहे चिकित्सकों को भी वहां से भागना पड़ा। दोपहर करीब डेढ़ बजे फिर से माहौल गड़बड़ा गया। इसके कारण सुरक्षाकर्मियों ने सभी मरीजों एवं तीमारदारों को बाहर निकाल कर ओपीडी खाली करा दी। यह घटना न्यूरो सर्जरी के वरिष्ठ चिकित्सक डा. विवेक शर्मा की ओपीडी की है।
मालूम हो कि सर सुंदरलाल अस्पताल में मरीजों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने तीन विभागों को ट्रामा सेंटर में स्थानांतरित करने का आदेश दिया। इसमें ऑर्थोपेडिक, प्लास्टिक सर्जरी एवं न्यूरो सर्जरी विभाग शामिल हैं। आदेश के बाद इसमें से दो विभाग ऑर्थोपेडिक और प्लास्टिक सर्जरी तो ट्रामा सेंटर में स्थानांतरित हो गए हैं, लेकिन न्यूरो सर्जरी विभाग की ओपीडी अब भी एसएस अस्पताल में ही संचालित हो रही है। छात्रों का यह आरोप था कि आखिरकार न्यूरो सर्जरी के चिकित्सक ट्रामा सेंटर में क्यों नहीं जाना चाहते। उनका यह भी आरोप था कि दूसरे विभाग के चिकित्सकों द्वारा दूसरे मरीजों को बरगला कर क्यों देखा जा रहा है। इसके कारण अस्पताल की व्यवस्था असंतुलित हो रही है।
बहरहाल छात्रों द्वारा मारपीट किए जाने के बाद चिकित्सकों के भी हाथ-पैर फूल गए। किसी तरह मामले को शांत कराया गया। इसके बाद दोपहर बाद एक बार फिर बवाल बढ़ गया। अचानक ही कई सुरक्षाकर्मी डा. विवेक शर्मा की ओपीडी में पहुंच गए। वहां से सभी मरीजों को बाहर निकाला। उनका कहना था कि डाक्टर साहब नहीं हैं इसलिए अभी ओपीडी बंद रहेगी।
''डा. विवेक शर्मा की ओपीडी में कुछ छात्रों ने हंगामा किया था, इसलिए सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था ताकि व्यवस्था दुरुस्त हो पाए। इसके बाद चिकित्सकों के उठकर चले जाने के बाद ओपीडी खाली कराई गई।''
-प्रो. सत्येंद्र सिंह, चीफ प्राक्टर, बीएचयू।
''आदेशों के अनुसार न्यूरो सर्जरी विभाग को भी ट्रामा सेंटर में शिफ्ट हो जाना चाहिए, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है। वैसे हमारी तरफ से न्यूरो सर्जरी के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है।''
-प्रो. आनंद कुमार, ओएसडी ट्रामा सेंटर, बीएचयू।