थम नहीं रहा कहर, 15 में डेंगू की पुष्टि
जागरण संवाददाता, वाराणसी : कोटवां के मुस्लिमपुरा, टड़िया, हरिजन बस्ती और आस-पास के क्षेत्रों से शन
जागरण संवाददाता, वाराणसी : कोटवां के मुस्लिमपुरा, टड़िया, हरिजन बस्ती और आस-पास के क्षेत्रों से शनिवार को भी डेंगू के लगभग डेढ़ दर्जन मरीज पं. दीनदयाल अस्पताल पहुंचे। इनके अलावा कुछ मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। कोटवांवासियों को कहना है कि सरकारी अस्पताल की लापरवाही के चलते वहां इलाज करवाने में उन्हें डर लग रहा है। यही वजह है कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद वे अपने परिजनों का इलाज निजी अस्पतालों में करवा रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकारी अस्पताल की लापरवाही से लोगों की जान भी चली गई।
सीएमओ पर खानापूर्ति का आरोप
उधर शनिवार को क्षेत्र के जायजा लेने मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एमपी चौरसिया कोटवां पहुंचे, लेकिन वहां स्वास्थ्य शिविर में बैठकर आस-पास के लोगों से बातचीत करने के बाद थोड़ी ही देर में चले गए। क्षेत्रीय लोग इस बात से नाराज दिखे। उनका कहना था कि सीएमओ महज खानापूर्ति करने आए थे।
जौनपुर से भी आ रहे मरीज
पं. दीनदयाल अस्पताल में शनिवार को संभावित डेंगू में 12 मरीज भर्ती किए गए। डेंगू के 26 पुराने भर्ती मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं एक गंभीर रूप से डेंगू पीड़ित को बीएचयू रेफर किया गया। अस्पताल के सीएमएस डा. आरएन सिंह ने बताया 21 मरीजों की रैपिड जांच की गई जिसमें 11 डेंगू पॉजीटिव निकले। खास बात यह कि 11 में से 10 कोटवां के हैं और एक बड़ागांव का है। अन्य 10 की जांच निगेटिव आई है। डा. सिंह ने बताया कि जौनपुर से आए दो डेंगू पीड़ितों क ो भी भर्ती किया गया है।
मंडलीय अस्पताल में दो डेंगू पीडि़त भर्ती
कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भी शनिवार को दो डेंगू पीड़ितों को भर्ती किया गया। इनमें मुगलसराय निवासी 20 वर्षीय ललिता देवी व जौनपुर निवासी 21 वर्षीय राहुल शामिल हैं। इनके अलावा 12 डायरिया व छह बुखार के मरीज भी भर्ती कि ए गए।