आरटीओ का खेल ट्रैफिक फेल
वाराणसी : परिवहन विभाग के खेल में ट्रैफिक व्यवस्था फेल हो गई है। परमिट की बंदरबांट में नियमों की धज्
वाराणसी : परिवहन विभाग के खेल में ट्रैफिक व्यवस्था फेल हो गई है। परमिट की बंदरबांट में नियमों की धज्जी उड़ाई जा रही है। एक परमिट पर कई ऑटो का संचालन शहर में किया जा रहा है। इसमें ज्यादातर ऑटो नए हैं और परमिट पुराना। इसका खुलासा शनिवार को एसपी ट्रैफिक डा. बीएन तिवारी ने पत्रकारवार्ता के दौरान किया।
उन्होंने बताया कि चौकाघाट सहित अन्य क्षेत्रों में जांच के दौरान परमिट के गोलमाल की तस्वीर सामने आई। पहले तो विश्वास नहीं हुआ लेकिन गहराई में जाने पर परत दर परत खुलने लगी। एसपी ने स्वीकार किया कि इस पूरे खेल में परिवहन व यातायात विभाग दोनों की संलिप्त हैं।
जांच के दौरान जो भी उस बारे में विस्तार देते हुए बताया कि चौकाघाट में चेकिंग अभियान चला रहे थे। इस दौरान कुछ ऐसे आटो पकड़े गए जिनके परमिट में घालमेल था। जब इसके तह तक गए तो पता चला की ऑटो नया और परमिट पुराना है। जैसे यूपी65डीटी7892 नंबर के आटो की खरीद तिथि सात सितंबर 2015 है और परमिट की वैधता 18.09.13 से शुरू है। इसी तरह करीब 11 आटो मिले जिनके परमिट की गड़बड़ी देखने को मिली। इसकी जानकारी तत्काल आरटीओ को दी गई लेकिन परिवहन विभाग के पास कोई जवाब नहीं था। इस विभागीय खेल की लिखित सूचना मंडलायुक्त को दी गई है। अभियान चौकाघाट से शुरू होकर सिटी स्टेशन होते हुए आशापुर चौराहा से पहड़िया व पांडेयपुर तक चला। इसमें कुल 11 ऑटो सीज किए गए।
टोकन है तो ओवरलोड पर भी रोक नहीं
टोकन के जरिए बेरोकटोक ओवरलोड ट्रक फर्राटा भर रहे हैं। इसमें भी खेल है। इसके लिए बकायदा परिवहन विभाग दलालों के माध्यम से मोटर मालिकों को टोकन उपलब्ध कराता है। एक बार दिया हुआ टोकन दिखाकर एक माह तक ट्रक को चलाया जाता है। परिवहन विभाग व ट्रैफिक पुलिस वाहनों के कागज को देखने के बजाए उनके टोकन को देखता है। जिसके पास टोकन होता उन्हें बेरोकटोक जाने दिया जाता है। यह खेल लंबे समय से चल रहा है इसमें भी परिवहन व यातायात विभाग के लोग लिप्त हैं।
चाइनिज ई-रिक्शा की धरपकड़ शुरू
शहर में अवैध चाइनिज ई-रिक्शा की धरपकड़ शुरु हो गई है। अभियान के तहत अभी तक तीन रिक्शे पकड़े गए। इसके तहत शहर के व्यस्त मार्गो पर भारतीय ई-रिक्शा संचालित किया जा रहा है। व्यस्त मार्गों से ऑटो को हटाया जाना है। इन पर ई-रिक्शा चलाने की योजना है। एसपी ट्रैफिक का कहना कि चाइनिज ई-रिक्शा पर सवारी करना खतरनाक साबित हो सकता है।
भ्रष्टाचार में लिप्त है विभाग : एसपी ट्रैफिक का मानना है कि उनका ही विभाग पुरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुका है। विभाग अपने मूल काम से भटक गया है। नीचे से लेकर ऊपर तक सभी को केवल अवैध वसूली दिखाई दे रही है। यातायात पुलिस का मूल काम है शहर से जाम को समाप्त कराना। इस विभाग में यह काम हो ही नहीं रहा है।