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लोकतंत्र के उत्सव में कम दिखा उत्साह

वाराणसी : स्थानीय स्तर पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदाताओं के बीच काफी उत्साह देखने को मिलता है।

By Edited By: Published: Sat, 10 Oct 2015 02:36 AM (IST)Updated: Sat, 10 Oct 2015 02:36 AM (IST)
लोकतंत्र के उत्सव में कम दिखा उत्साह

वाराणसी : स्थानीय स्तर पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदाताओं के बीच काफी उत्साह देखने को मिलता है। इसके बावजूद लोकतंत्र के इस उत्सव में लोगों के बीच वह उत्साह देखने को नहीं मिला। बूथ से लेकर समर्थकों की चौकियों पर भीड़भाड़ काफी कम रही। दैनिक जागरण टीम जैसे ही रामेश्वर के रास्ते हथिवार होते हुए बड़ागांव विकास खंड में पहुंची तो सड़कों पर सन्नाटा बताने लगा कि आगे लोकतंत्र का उत्सव चल रहा है। प्राथमिक व मिडिल स्कूल बड़ागांव पर 12 बूथ होने की वजह से थोड़ी भीड़भाड़ थी। फिर भी नौ बजे तक मात्र छह से आठ प्रतिशत वोट पडे़ थे। आगे बढ़ने पर कूड़ी, गजापुर, कूरू, सेवापुरी ब्लाक के कपसेठी, भगवतीपुर, ओदरहा, कालिकाधाम आदि मतदान स्थलों पर उत्साह कम ही देखने को मिला। संवेदनशील केंद्रों पर भी शांति रही। चुनाव में जो मतदान केन्द्र जिला पंचायत प्रत्याशियों के गांव थे वहां जरूर थोड़ा उत्साह था।

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ग्रामीणों का कहना था कि प्रधान पद का चुनाव नहीं होने की वजह से गांव के लोगों में उत्साह नहीं है। जिला पंचायत सदस्य सामान्य रूप से दूसरे गांव का होता है। इस बार सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी ने अपना अधिकृत प्रत्याशी नहीं उतारा। मात्र भाजपा और अपना दल ने अधिकृत प्रत्याशी ही उतारा। इस कारण जिला पंचायत सदस्य चुनाव पर राजनीतिक दलों का पूरा रंग नहीं चढ़ पाया। इसी प्रकार क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) को लोग मात्र ब्लाक प्रमुख चुनने का प्रतिनिधि मानते हैं। उसका गांव के विकास से कोई सीधा संबंध नहीं मानते। विकास का सीधा संबंध प्रधान से ही होता है और उसका चुनाव हो नहीं रहा है।


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