मुख्य बाजारों में पसरा सन्नाटा, जवान मुस्तैद
वाराणसी : अन्याय प्रतिकार यात्रा में बवाल व कर्फ्यू के बाद दूसरे दिन मंगलवार को शहर के मुख्य बाज
वाराणसी : अन्याय प्रतिकार यात्रा में बवाल व कर्फ्यू के बाद दूसरे दिन मंगलवार को शहर के मुख्य बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। हर चेहरे पर दहशत व खौफ का मंजर परिलाक्षित हुआ। वैसे कर्फ्यू सोमवार की रात महज दो घंटे बाद ही हटा ली गई थी, किंतु बवाल व तोड़-फोड़ के दहशत के साथ अफवाहों का बाजार भी गर्म रहा।
मुख्य बाजारों के नहीं उठे शटर
मुख्य बाजारों के अधिकतर दुकानों के शटर नहीं उठे। हालांकि दुकानदार अपने दुकानों के इर्द-गिर्द मंडराते हुए माहौल का जायजा लेते रहे। दशाश्वमेध, गोदौलिया, जंगमबाड़ी, मदनपुरा, लक्सा, नई सड़क, बेनियाबाग, चौक, बांसफाटक, मैदागिन, विश्वेश्वरगंज, लोहटिया, कबीरचौरा, लहुराबीर, मलदहिया, सिगरा, रथयात्रा, भेलूपुर व लंका की 90 प्रतिशत से अधिक दुकानें बंद रहीं।
हर जुबां पर बवाल की चर्चा
व्यापारिक प्रतिष्ठान व दुकानों के न खुलने से सियापा छाया रहा। किसी अनहोनी की आशंका से लोग सशंकित दिखे। सोमवार को अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान हुए बवाल व आगजनी की चर्चा हर जुबां पर रही। जितनी मुंह-उतनी बातें।
गोदौलिया पर क्रेन से जाम
शहर के हृदय स्थल व अन्याय प्रतिकार यात्रा के बवाल के केंद्र बिंदु गोदौलिया पर भारी-भरकम क्रेन की मौजूदगी से जाम की स्थिति रही। कई चार पहिया व दोपहिया वाहन सोमवार को बवाल के दौरान आग की भेंट चढ़ गए थे। इन जले व क्षतिग्रस्त वाहनों को क्रेन की मदद से हटाया जा रहा था। इससे जाम की स्थिति उत्पन्न हुई।
बवाल की दास्तां बयां
गोदौलिया चौराहे पर तांगा स्टैंड के करीब स्थित पुलिस बूथ की दुर्दशा बवाल की विभीषिका बयां कर रही थी। सोमवार को पुलिस बूथ को भी आग के हवाले कर दिया गया था। इससे यह बूथ पूरी तरह तहस-नहस हो गया।
सक्रिय रहे संगठनों के सदस्य
विभिन्न राजनैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, व्यापारिक व स्वयंसेवी संगठनों से जुड़े लोगों की सक्रियता भी दिखी। इन संगठनों के सदस्य आमजन से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की रहे थे। अन्याय प्रतिकार यात्रा में सक्रिय भागीदारी के बाबत इन्हें अपनी गिरफ्तारी का भय भी सता रहा था।
हर चौराहे पर पुलिस
मुख्य बाजारों व चौराहों पर भारी संख्या में पुलिस की मौजूदगी से लोग दहशत में दिखे। पुलिस, पीएसी व आरएएफ के जवानों ने कमान संभाल रखी थी। जवानों की नजर हर शख्स पर रही। किसी भी स्थिति से निबटने के लिए जवान पूरी तरह मुस्तैद दिखे। पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी मुख्य बाजारों का सदल-बल चक्रमण किया।