मंडलायुक्त ने पूछा, तैनाती के लिए पैसे तो नहीं दिए
वाराणसी : श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार में नि:शुल्क शास्त्रियों की तैनाती में लेनदेन के आरोपों को मंदिर क
वाराणसी : श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार में नि:शुल्क शास्त्रियों की तैनाती में लेनदेन के आरोपों को मंदिर कार्यपालक समिति के अध्यक्ष (मंडलायुक्त) ने गंभीरता से लिया है। इसका ही परिणाम रहा कि सोमवार को उन्होंने सभी नि:शुल्क शास्त्रियों को अपने दफ्तर बुला लिया। हर एक से अलग- अलग मुलाकात की। उनकी तैनाती की प्रक्रिया से लगायत कार्य पद्धति तक पर बात की। घुमा फिराकर पास जारी किए जाने में किसी द्वारा किसी तरह के लेनदेन के बारे में भी जानकारी ली। हालांकि इसे शास्त्रियों ने सिरे से खारिज कर दिया।
हाल ही में नामित न्यास परिषद सदस्य प्रसाद दीक्षित ने शनिवार को पत्र जारी कर 12 नि:शुल्क शास्त्रियों की जुलाई में तैनाती करने और इसमें मंदिर प्रशासन पर लेनदेन का आरोप लगाया था। मंडलायुक्त दफ्तर में दोपहर तीन बजे से परेड शुरू हुई जिसमें 11 शास्त्री शामिल हुए। लगभग डेढ़ घंटे चली परेड में शास्त्रियों से नाम, नि:शुल्क पूजन कार्य के लिए पास बनाए जाने का वर्ष, किस अधिकारी द्वारा की गई संस्तुति, आय और पंजीकरण का कारण पूछा और इसे लिखित भी लिया। इसमें सभी शास्त्री सात-आठ वर्ष पहले से तैनात पाए गए। हालांकि जून में दो शास्त्रियों में हुए विवाद के कारण इनका पास निरस्त कर दिया गया था। श्रद्धालुओं को पूजन-अनुष्ठान की सुविधा उपलब्ध कराने में आ रही दिक्कतों को देखते हुए जुलाई में सभी बहाल कर दिए गए। इसके लिए नए सिरे से उनके पास का नवीनीकरण भी किया गया था।
आज पुजारियों-कर्मचारियों संग बैठक
मंडलायुक्त व मंदिर कार्यपालक समिति अध्यक्ष नितिन रमेश गोकर्ण मंगलवार को दोपहर बाद दो बजे से पुजारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक करेंगे। समझा जा रहा है कि पारदर्शिता की कवायद के बाद से इस शीर्ष देवालय की हो रही किरकिरी को लेकर इसमें चर्चा होगी। व्यवस्था सुधार के अन्य मुद्दों पर मंडलायुक्त हर एक की राय लेंगे।