तेजाब हमला, दस लाख तक राहत और मुफ्त इलाज
वाराणसी : महिलाओं के प्रति बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर प्रभावी रोक लगाने तथा तत्काल प्रभाव से उन्हें रा
वाराणसी : महिलाओं के प्रति बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर प्रभावी रोक लगाने तथा तत्काल प्रभाव से उन्हें राहत पहुंचाने के लिए अखिलेश सरकार ने रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष योजना की शुरुआत की है। महिलाओं के अपराध से जुड़ी नौ अलग-अलग श्रेणियों में पीड़ित पक्ष को न सिर्फ मुआवजा बल्कि उनके मुफ्त इलाज के साथ ही संरक्षण का पूरा इंतजाम रहेगा। ये सभी सुविधाएं आशा ज्योति केंद्र जरिए उपलब्ध कराई जाएंगी, जहां 24 घंटे ट्रामा सेंटर, डाक्टर, एम्बुलेंस, लीगलसेल, बैंक, महिला पुलिस चौकी की स्थापना भी होगी। यह केंद्र पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में खुलेगा। 500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनने वाले केंद्र के निर्माण पर करीब एक करोड़ की लागत आएगी। इस केंद्र का निर्माण अक्टूबर के अंतिम या फिर नवंबर के पहले सप्ताह शुरू होगा।
एसपी ट्रैफिक, एडीएम सिटी नोडल
जिला रायफल क्लब सभागार में शुक्रवार को एडीएम सिटी विंध्यवासिनी राय रानी लक्ष्मी महिला सम्मान कोष की समीक्षा कर रहे थे। इसके लिए जिले स्तर पर एसपी ट्रैफिक व डीएम की ओर से एडीएम सिटी को नोडल अफसर नामित किया गया है। सीएमओ, जिला प्रोबेशन अधिकारी को भी अलग से जिम्मा सौंपा गया है। इस योजना में महिला अपराध की नौ श्रेणियों में तेजाब हमला में मौत होने पर पीडि़त परिवार को 10 लाख मुआवजा दिया जाएगा। तेजाब हमले में महिला के 10 से 30 फीसद तक झुलसने पर तीन लाख तथा 30 फीसद से ऊपर पर सात लाख की राहत और पूरा इलाज फ्री होगा। दहेज हत्या में तीन लाख का मुआवजा मिलेगा। विवाहिता के नाबालिक बच्चे को यह राशि उपलब्ध होगी, इसके संरक्षक डीएम होंगे। इसी तरह से बलात्कार की तीन अलग-अलग श्रेणियों में तीन लाख तथा मौत होने पर दस लाख का मुआवजा दिया जाएगा। नाबालिक बच्चियों के साथ बलात्कार की चार अलग-अलग श्रेणियों में तीन लाख तथा मौत होने पर सात लाख उपलब्ध कराया जाएगा। किसी भी विधवा महिला के उपचार को सिर्फ सरकारी नहीं, निजी चिकित्सालयों में उपचार का इंतजाम किया जाएगा। इसके लिए गठित कमेटी के चेयरमैन डीएम होंगे। आशा ज्योति केंद्र के माध्यम से ये सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इस केंद्र पर महिला हेल्पलाइन 1098, 1090 व एम्बुलेंस को 108 नंबर का उल्लेख किया जाएगा। समीक्षा बैठक में एसपी ट्रैफिक डीपी तिवारी, एडिश्नल सीएमओ राहुल, चीफ ट्रेजरी अफसर बाल मुकुंद, समाज कल्याण अधिकारी आरके यादव, जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात रंजन, बैंक प्रतिनिधि व विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव प्रमुख रूप से मौजूद थे।