आनन-फानन अंधरापुल की दूसरी सुरंग भी चालू
वाराणसी : अंतत: अंधरापुल की दूसरी सुरंग के भी सभी सीसी ब्लॉक को जोड़कर शुक्रवार की शाम तक उससे भी आवा
वाराणसी : अंतत: अंधरापुल की दूसरी सुरंग के भी सभी सीसी ब्लॉक को जोड़कर शुक्रवार की शाम तक उससे भी आवागमन चालू कर दिया गया। हालांकि अभी सुरंग की बाहरी दीवार की ढलाई की जा रही है। चूंकि काम चल ही रहा है इसलिए अभी कुछ ही वाहनों की आवाजाही होती दिखी।
विदित हो कि पूर्व सांसद डा. मुरली मनोहर जोशी के सांसद निधि से अंधरापुल के विस्तारीकरण का काम शुरू किया गया। इसके लिए पहले से बंद दोनों तरफ की सुरंग को तोड़कर उसमें कंक्रीट से बने ब्लॉक को एक के बाद एक जोड़कर नए सिरे से सुरंग को रास्ते का आकार दिया गया। काम के दौरान ट्रेनों का कॉसन के जरिए संचालित किया गया। इस बीच जब कभी संबंधित पटरी के नीचे के ब्लॉक लगे तो उस ट्रैक को अपनी जगह से हटाया भी गया जिससे संबंधित ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन बंद रखना पड़ा। इधर छह माह में जनता, राजनीतिक दलों और अधिकारियों के दबाव से काम में तेजी आई थी। बीच में विस्तारीकरण की डिजाइन में भी हेरफेर किए जाने की बात सामने आई। बावजूद इसके अभी जिस स्वरूप में सुरंगों को रास्ते का आकार दिया गया है, उसी अनुरूप काम जारी रखा गया। हालांकि बहुत से लोगों का कहना है कि यदि पूरे रास्ते को सुरंगों के सहित सिर्फ दो लेन में विस्तारित किया जाता तो अधिक फायदा होता। लेकिन, बीच में रेलवे ने सभी मांगों को अनसुना करते हुए काम चालू रखा। बहरहाल दोनों सुरंगों को आवागमन योग्य बना दिया गया है। बावजूद इसके अब तैयार हो जाने के बाद एक खामी सामने आई है। सुरंगों के सीसी ब्लॉक के जोड़ों की छत से बारिश का पानी रिसाव होकर टपक रहा है। पटरियों के ऊपर जितना जलजमाव होता है पानी टपकने का क्रम उतना ही तेज रहता है। ऐसे में सुरंग से गुजरने वाले गंदे पानी से सराबोर हो जा रहे हैं।