बार्क ने विकसित की स्लज को विषाणुरहित करने की तकनीक
वाराणसी : भाभा परमाणु अनुसंधान संस्थान (बार्क) मुंबई ने मलजल के शोधन के बाद निकले स्लज को विषाणु रहि
वाराणसी : भाभा परमाणु अनुसंधान संस्थान (बार्क) मुंबई ने मलजल के शोधन के बाद निकले स्लज को विषाणु रहित करने की तकनीकी ईजाद की है। यह रेडिएशन आधारित है। बार्क के रेडीएशन प्रौद्योगिकी विकास प्रभाग प्रमुख डा. ललित वाष्र्णेय ने गुरुवार को यह जानकारी दी। मालवीय नवप्रवर्तन, संवर्धन और उद्यमिता केंद्र (आइआइटी-बीएचयू) में जल-अवजल पर चल रही कार्यशाला में पहुंचे डा. ललित ने बताया कि अहमदाबाद नगर निगम स्लज को रेडिएशन के जरिए विषाणु रहित बना रहा है। इसके बाद यह स्लज खाद के रूप में इस्तेमाल की जा रही है। वाराणसी के लिए भी यह तकनीक कारगर हो सकती है।
उन्होंने बताया कि रेडिएशन आधारित इस तकनीक से कई प्रकार के घातक रसायनों को भी नष्ट किया जा सकता है। इससे पहले प्रो. गोपाल नाथ ने जल स्त्रोतों में बढ़ रहे रोगकारी जीवाणुओं की जानकारी देने के साथ उनकेमापन की विधियों के बारे में विस्तार से बताया। प्रो देवेंद्र मोहन ने जल स्त्रोतों में बढ़ रहे फ्लोराईड और आर्सेनिक की मात्रा की जानकारी दी। इस विषैले तत्वों को जल से अलग करने के बारे में बताया। डा. धर्मेंद्र मिश्र ने महोबा में वर्षा जल संचयन के प्रयासों की जानकारी दी। संयोजन प्रो. पीके मिश्र व डा. प्रदीप श्रीवास्तव ने किया।