अतिरिक्त डिब्बा लगे तो हो वापसी
वाराणसी : होली पर मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता से गृह जनपद आए लोगों के सामने वापसी की समस्या खड़ी ह
वाराणसी : होली पर मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता से गृह जनपद आए लोगों के सामने वापसी की समस्या खड़ी हो गई है। पूरब व पश्चिम को जाने वाली ट्रेनें 20 मार्च तक फुल हो चुकी हैं। यात्रियों के सामने तत्काल टिकट या ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बा लगे तभी बात बन सकती है। गुरुवार को कैंट स्टेशन आने वाली लंबी दूरी की सभी गाड़ियां खचाखच भरकर आई। शयनयान डिब्बे सामान्य बोगी की तरह भरे रहे।
हालत यह है कि महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक व पश्चिम बंगाल जाने के लिए ट्रेन में बर्थ नहीं मिलेगी यानी टिकट वेटिंग में मिलेगा। ऐसी दशा में अतिरिक्त डिब्बे नहीं लगे तो तत्काल टिकट के अलावा कोई रास्ता नहीं है। पटना-सिकंदराबाद एक्सप्रेस तो 15 अप्रैल तक फुल है। महानगरी, कामायनी, शिवगंगा, नई ट्रेन सुपरफास्ट नईदिल्ली, स्वतंत्रता सेनानी, विभूति, गंगा-कावेरी, ताप्ती-गंगा, काशी विश्वनाथ, श्रमजीवी आदि किसी भी ट्रेन में जगह नहीं है।
गर्मी में विशेष गाड़ियां चलाई जानी है। इनकी घोषणा कब होगी, पता नहीं है। ऐसे में सिर्फ एक ही उपाय बचता है, ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बे लगाए जाएं। दरअसल, रेलवे ने दो माह यानी 60 दिन पहले आरक्षण की सुविधा उपलब्ध करा रखी है। रेल बजट में एक अप्रैल से 120 दिनों पहले आरक्षण की सुविधा मिलनी है।
अतिरिक्त डिब्बे, बशर्ते
वेटिंग लिस्ट बढ़ने पर अतिरिक्त कोच लगाए जा सकते हैं। शर्त यह है कि एक्सट्रा कोच तभी लगेगा जब ट्रेन में 24 से अधिक डिब्बे न हों।
अश्रि्वनी श्रीवास्तव
सीनियर डीसीएम-लखनऊ मंडल