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शिक्षा पर निर्भर है राष्ट्र निर्माण

वाराणसी : तिब्बती करज्र्ञुद संप्रदाय के 17वें करमापा उग्येन ठिनले दोरजे ने शुक्रवार को सारनाथ स्थित

By Edited By: Published: Sat, 28 Feb 2015 12:32 AM (IST)Updated: Sat, 28 Feb 2015 12:32 AM (IST)
शिक्षा पर निर्भर है राष्ट्र निर्माण

वाराणसी : तिब्बती करज्र्ञुद संप्रदाय के 17वें करमापा उग्येन ठिनले दोरजे ने शुक्रवार को सारनाथ स्थित केंद्रीय तिब्बती अध्ययन विश्वविद्यालय के अतिशा सभागार में विद्यार्थियों को शिक्षा की महत्ता बताई। कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है। राष्ट्र का निर्माण भी शिक्षा पर ही आधारित है। उन्होंने कहा कि तिब्बत की संस्कृति, ज्ञान व शास्त्रों का अन्य भाषाओं में रूपांतरण हो रहा है। दूसरी भाषा, विज्ञान आदि का अनुवाद तिब्बती भाषा में करने की जरूरत है। इससे तिब्बती युवा पीढ़ी का विकास होगा। कहा कि यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए तिब्बती भाषा, शास्त्रों का संस्कृत भाषा के साथ तुलनात्मक अध्ययन का अच्छा अवसर है। स्वागत कुलपति प्रो. एलएन शास्त्री, संचालन भिक्षु डा. टाशी छे¨रग व धन्यवाद ज्ञापन प्रो. येशे थपेक ने दिया।


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