वकीलों ने कार्य बहिष्कार कर किया प्रदर्शन
वाराणसी : अधिवक्ताओं की कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में प्रदेश सरकार की ओर से बरती जा रही उदास
वाराणसी :
अधिवक्ताओं की कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में प्रदेश सरकार की ओर से बरती जा रही उदासीनता से नाराज वकीलों ने शुक्रवार को न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर कचहरी में जुलूस निकाला। वकीलों ने डीएम व कमिश्नर कार्यालय के पोर्टिको पर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों से संबधित ज्ञापन कमिश्नर को सौंपा।
प्रदेश बार कौंसिल के आह्वान पर चलाए जा रहे चरणबद्ध आंदोलन के क्रम में स्थानीय बार एसोसिएशन ने विरोध प्रदर्शन तथा प्रशासनिक अधिकारियों को पत्रक देने की घोषणा कर रखी थी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को कचहरी खुलते ही बार एसोसिएशन भवन पर अधिवक्ता इकट्ठा होने लगे। इसके बाद अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। डीएम व कमिश्नर पोर्टिको पर प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ता प्रदेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए योजनाओं को तत्काल लागू करने की मांग कर रहे थे। अधिवक्ताओं का कहना था कि प्रदेश सरकार के मुखिया ने अधिवक्ताओं की कल्याण योजनाओं में मृतक अधिवक्ता के आश्रितों को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद तथा नये अधिवक्ता को भत्ता (स्टाइपेंड) देने का वादा किया था लेकिन यह अब तक लागू नहीं हो सका है। मुख्यमंत्री ने प्रतिवर्ष अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए बजट में 40 करोड़ रुपये का प्रावधान कर रखा है। बावजूद इसके अधिवक्ताओं को अब तक कोई लाभ नहीं मिला है।
सौंपा पत्रक..
अधिवक्ताओं ने कमिश्नर आरएम श्रीवास्तव व डीएम की अनुपस्थिति में प्रतिनिधि एडीएम को पत्रक सौंपते हुए अपनी मांगों को प्रदेश सरकार तक पहुंचाने की अपील की।
इनकी रही भागीदारी..
प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रुप से यूपी बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन व वर्तमान सदस्य अरुण कुमार त्रिपाठी, प्रदेश बार काउंसिल सदस्य द्वय हरिशंकर सिंह व श्रीनाथ त्रिपाठी, सेंट्रल बार अध्यक्ष चंद्रमा प्रसाद सिंह, महामंत्री अनिल पाठक, बनारस बार अध्यक्ष शम्भू शरण चौरसिया, महामंत्री अजय विक्रम सिंह, उपाध्यक्ष विशाल सिंह, धर्म कुमार पांडेय, विवेक शंकर तिवारी, संजय सिंह, कौशल नरेश पटेल सहित कई अन्य वकील मौजूद थे।