नई पाइप लाइन से घरों को कनेक्शन नहीं
वाराणसी : जलकल विभाग ने जेएनएनयूआरएम के तहत जल निगम द्वारा बिछाई गई पाइप लाइन व ओवरहेड टंकियों का पर
वाराणसी : जलकल विभाग ने जेएनएनयूआरएम के तहत जल निगम द्वारा बिछाई गई पाइप लाइन व ओवरहेड टंकियों का परीक्षण किया लेकिन घरों में नई पाइप लाइन से कनेक्शन नहीं होने के कारण जलकल विभाग पशोपेश में है। जांच कर रहे जलकल विभाग की तकनीकी टीम ने स्पष्ट कहा कि ऐसी दशा में मुकम्मल रिपोर्ट तैयार करना मुश्किल है फिर भी वर्तमान में योजना ने जितना आकार लिया है उसके परीक्षण की रिपोर्ट दो दिनों के अंदर महापौर रामगोपाल मोहले व नगर आयुक्त उमाकांत त्रिपाठी को दी जाएगी।
बताते हैं कि दूसरे दिन के परीक्षण में योजना फेल साबित हुई। ओवरहेड टंकियां पूर्व की भांति टपक रहीं थी। जलकल के अधिशासी अभियंता आरएस सक्सेना ने बताया कि गुलाब बाग कालोनी, कोनिया, आईडीएच अस्पताल के पास दो, राजघाट, मछोदरी व सिगरा स्थित पार्क में ओवरहेड टंकियों का परीक्षण किया गया। आईडीएच अस्पताल के पास दो, सिगरा के ओवरहेड टंकी को पानी से भरने के लिए लगा पंप खराब था। इस कारण तीन टंकियों की जांच दोबारा नहीं हो सकी। श्री सक्सेना ने बताया कि वर्तमान में जितने भी परीक्षण हुए उस आधार पर योजना को फेल माना जा रहा है। वहीं महापौर रामगोपाल मोहले ने कहा कि पेयजल योजना में हद दर्जे की अनियमितता बरती गई है। इसको लेकर पहले से आवाज उठाते रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन समेत शासन स्तर के अधिकारियों को सुनाई नहीं दी। आखिर जिसकी आशंका जाहिर की जा रही थी वहीं हुआ। पेयजल योजना जनोपयोगी नहीं बन सकी। उन्होंने जनता को भरोसा दिया कि योजना में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पुरानी पाइप लाइन कोढ़ में खाज
महापौर ने कहा कि वर्ष 1998 में पेयजल पाइप लाइन बिछाकर जल निगम भूल गया था जिसे करीब 14 साल बाद याद आने पर नई योजना में शामिल कर दिया गया। इसी पाइप लाइन में लीकेज की समस्या बनी हुई है।