चंद्रकेशव बने छावनी परिषद के उपाध्यक्ष
वाराणसी : छावनी परिषद में गुरुवार को उपाध्यक्ष पद पर हुए चुनाव ने इतिहास रच दिया। बीते करीब 66 साल क
वाराणसी : छावनी परिषद में गुरुवार को उपाध्यक्ष पद पर हुए चुनाव ने इतिहास रच दिया। बीते करीब 66 साल के दौरान पहली बार आरक्षित कोटे के वार्ड से जीते सदस्य प्रत्याशी की उपाध्यक्ष पद पर भी जीत हुई। यह कारनामा वार्ड नंबर पांच के सदस्य चंद्र केशव ने कर दिखाया। छावनी परिषद के सात सदस्यों में चार का उन्हें समर्थन मिला।
सुबह 11 बजे उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव की प्रकिया शुरू हुई। परिषद के अध्यक्ष बिग्रेडियर के. बीरेंद्र सिंह की निगरानी थी। जिस भरे हुए फार्म-दो को ले कर चंद्र केशव आए थे, उसमें प्रस्तावक के तौर पर शैलेंद्र सिंह के हस्ताक्षर थे तो समर्थकों में दो सदस्य शैलजा श्रीवास्तव व राजकुमार दास ने हस्ताक्षर किए थे। इस हिसाब से प्रत्याशी समेत कुल चार सदस्य एक खेमे में हो गए। ऐसे में बिग्रेडियर ने चंद्र केशव को उपाध्यक्ष घोषित कर प्रक्रिया पूरी की। इस मौके पर मुख्य अधिशासी अधिकारी प्रोमिला जायसवाल समेत सातों निर्वाचित सदस्य संगीता, शैलेंद्र सिंह, राजकुमार दास, मसूदा हुसैन, चंद्रकेशव, शाहनवाज अली, शैलजा श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। उपाध्यक्ष की घोषणा के बाद चंद्रकेशव अपने समर्थकों संग बाजे-गाजे के साथ सदर बाजार स्थित आवास पर पहुंचे व लोगों से मुलाकात की।
------------------
जनता की सुविधाएं प्राथमिकता
इस मौके पर चंद्रकेशव ने अपनी प्राथमिकता की जानकारी दी। कहा, अप्रैल 2013 में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी सिटी स्टेशन के प्वाइंट मैन के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद समाजसेवा में जुट गया। जनता ने प्यार दिया और उपाध्यक्ष तक का सफर तय हुआ। अब जनता के कार्य ही प्राथमिकता हैं। सबसे पहले मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त कराने की कोशिश होगी। वहीं परिषद के सफाई कर्मियों के आवास की मांग भी प्राथमिकता में है क्योंकि जर्जर होने के बाद कर्मियों के आवास ध्वस्त करा दिए गए लेकिन उसे बनाया नहीं जा रहा है। टेंट लगाकर कर्मचारियों का परिवार गुजर-बसर करने को मजबूर हैं।