जवान गया जेल, बर्खास्तगी की तैयारी
वाराणसी : कैंट स्टेशन पर महिला यात्री को ट्रेन से फेंकने वाले आरोपी आरपीएफ के जवान शरद चंद दुबे को ज
वाराणसी : कैंट स्टेशन पर महिला यात्री को ट्रेन से फेंकने वाले आरोपी आरपीएफ के जवान शरद चंद दुबे को जीआरपी ने गुरुवार को जेल भेजने की प्रक्रिया पूरी की। उसे न्यायालय में पेश किया गया। प्रारंभिक सुनवाई के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया। रेल प्रशासन ने उसे बर्खास्त करने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस मामले में लखनऊ मंडल कार्यालय से पूछताछ की गई है।
मंगलवार की रात हावड़ा से अमृतसर जा रही ट्रेन में महज 50 रुपये के लिए पश्चिम बंगाल के अंडाल निवासी रीता देवी को प्लेटफार्म पर फेंक दिया गया। जिला अस्पताल में बुधवार को इलाज के दौरान रीता ने दम तोड़ दिया था। ऐसी ही अवैध वसूली के कई मामले हो चुके हैं। इस बाबत मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक रवि प्रकाश चतुर्वेदी ने एक टीम गठित की है।
यह टीम में वाणिज्य विभाग और आरपीएफ के उप निरीक्षक शामिल हैं। यह टीम वाहन स्टैंड, बुकिंग ऑफिस, पार्सल, आरक्षण केंद्र, प्लेटफार्मो पर स्थित खानपान स्टॉल आदि पर होने वाली अवैध वसूली रोकने का काम करेगी। इस बाबत दावा कार्यालय में रेल व आरपीएफ के अधिकारियों की बैठक भी हुई। सहायक सुरक्षा आयुक्त एसके पाल ने बताया कि अवैध वसूली में लिप्त पाये जाने वाले जवान नहीं बख्शे जाएंगे। टीम की संस्तुति पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में मुख्य रूप से वरिष्ठ स्टेशन प्रबंधक एके पांडेय व आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार अर्जुन आदि ने विचार व्यक्त किए।
अवैध वसूली में हुआ गुरिल्ला युद्ध
कैंट स्टेशन पर किले बंदी अभियान के दौरान अवैध वसूली के लिए पिछले वर्ष अगस्त में आरपीएफ व चेकिंग स्टाफ के बीच गुरिल्ला युद्ध हुआ। जवान व टिकट परीक्षक एक दूसरे को दौड़ा-दौड़ा कर पीटे। इस बाबत लखनऊ मंडल के अधिकारियों की उपस्थिति में महापंचायत हुई। इसके बाद मामला शांत हुआ था।
मोटरसाइकिल चली तो खैर नहीं
अब प्लेटफार्म पर मोटरसाइकिल चलाने वालों की खैर नहीं। चाहे वह आरपीएफ व जीआरपी का जवान हो या रेलकर्मी। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।