हाथों-हाथ सत्यापन कराने पर रोक
जागरण संवाददाता, वाराणसी : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय में अब अंकपत्रों
जागरण संवाददाता, वाराणसी : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय में अब अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराने के लिए दफ्तर का चक्कर नहीं काटना होगा। हाथों-हाथ सत्यापन पर रोक लगा दी गई है। संबंधित नियोक्ता व विभाग को पंजीकृत डाक से सत्यापन रिपोर्ट भेजी जाएगी। बोर्ड ने यह कदम कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार रोकने के लिए उठाया है।
बोर्ड में अब तक अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों का सत्यापन हाथों-हाथ किया जाता था। इसके चलते बोर्ड दफ्तर में अभ्यर्थियों की भीड़ लगी रहती थी। तत्काल सत्यापन करने के नाम पर अवैध वसूली की शिकायत मिलती थी। दूसरी ओर सीधे बोर्ड से संपर्क नहीं करने वाले सैकड़ों अभ्यर्थियों का सत्यापन अटका हुआ है। इन तमाम अव्यवस्थाओं को देखते हुए बोर्ड ने सत्यापन रिपोर्ट अब अभ्यर्थियों को सीधे देने की व्यवस्था समाप्त कर दी है। बोर्ड के नवनियुक्त अपर सचिव कामता राम पाल ने बताया कि अब सत्यापन रिपोर्ट हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सेना, पुलिस, रेलवे, पोस्ट आफिस व शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों को अब सीधे पंजीकृत डाक द्वारा सत्यापन रिपोर्ट भेज दी जाएगी। उन्होंने बोर्ड के कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी है कि यदि कोई सत्यापन रिपोर्ट सीधे अभ्यर्थियों को दी तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
हजारों अभ्यर्थियों को राहत
परिषदीय स्कूलों में शिक्षामित्र से बने सहायक अध्यापकों के अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन के अभाव में अध्यापकों का वेतन रोक दिया गया है। क्षेत्रीय बोर्ड के वाराणसी कार्यालय 26 जिले संबद्ध हैं। क्षेत्रीय कार्यालय से संबंधित जनपदों से सत्यापन के लिए अंकपत्र आते रहते हैं। ऐसे में इन जिलों के अभ्यर्थियों को सत्यापन के लिए बोर्ड कार्यालय की दौड़ लगानी पड़ती थी। पिछले दिनों शिक्षामित्र सत्यापन में हीलाहवाली का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन भी कर चुके हैं। ऐसे हजारों अभ्यर्थियों को अब राहत मिल गई है।