अब 32 मेधावियों को मिलेंगे 55 पदक
जागरण संवाददाता, वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में अब 32 मेधावियों
जागरण संवाददाता, वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में अब 32 मेधावियों को 55 पदक वितरित किए जाएंगे। पहले समारोह में 31 मेधावियों को 54 स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक मिलने वाले थे। बुधवार को जारी संशोधित सूची में मेधावियों व पदकों की संख्या एक और बढ़ गई है।
विश्वविद्यालय में 19 दिसंबर को होने वाले 32वें दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध कंप्यूटर वैज्ञानिक डा. विलय पांडुरंग भटकल होंगे। समारोह की अध्यक्षता सूबे के राज्यपाल राम नाईक करेंगे। समारोह के निमित्त भूमि पूजन व पूर्वाभ्यास 18 दिसंबर को होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन समारोह को भव्य रूप देने में जुटा हुआ है। दीक्षांत प्रांगण में पंडाल को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
19 को शोध उपाधि
कुलपति डा. पृथ्वीश नाग की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में परीक्षा समिति ने विभिन्न विभागों के 19 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि देने की संस्तुति कर दी। इससे पहले परीक्षा समिति 36 शोधार्थियों को शोध उपाधि देने की संस्तुति कर चुकी है। इस प्रकार अब दीक्षांत समारोह में कुल 55 शोधार्थियों को शोध उपाधि वितरित की जाएंगी। परीक्षा समिति ने समारोह में आयुर्वेद के छात्रों को भी बीएएमएस की उपाधि देने की संस्तुति कर दी।
कार्य परिषद आज
दीक्षांत समारोह में वितरण की जाने वाली उपाधियों के अनुमोदन के लिए 18 दिसंबर को सुबह 11 बजे से विद्यापरिषद व दोपहर 12 बजे से कार्यपरिषद की बैठक बुलाई गई है।
एक नजर उपाधियों पर
-शास्त्री : 22503
-आचार्य : 7536
-बीएड : 470
-एमएड : 25
-बीलिब : 34
-पीएचडी 55
योग : 30623