आजमगढ़ के युवकों ने भी काटा बवाल
वाराणसी : सेना भर्ती के लिए आए युवकों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। सेना में शामिल होने का द
वाराणसी : सेना भर्ती के लिए आए युवकों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। सेना में शामिल होने का दमखम लेकर आए युवक जब सेना के मापदंडों पर खरे नहीं उतर पा रहे तो निराशा के भाव में तोड़फोड़ व मारपीट पर उतारू हो जा रहे हैं। आजमगढ़ से आए युवकों ने भी शुक्रवार को भर्ती स्थल से लेकर कैंट स्टेशन तक जगह जगह उत्पात मचाया। हालांकि चंदौली, मऊ के युवकों द्वारा किए गए बवाल और आजमगढ़ से आए युवकों के रेला को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अपनी व्यवस्था दुरूस्त कर रखी थी। असर यह हुआ कि अभ्यर्थी एकाध जगहों पर ही बवाल काट पाए। सुरक्षा के इतने कड़े इंतजाम थे कि जैसे ही कोई अभ्यर्थियों का झुंड बवाल की कोशिश करता, पुलिस लाठी लेकर दौड़ा लेती।
रोहनिया के जगतपुर डिग्री कालेज में चल रही सेना भर्ती के चौथे दिन आजमगढ़ से आए अभ्यर्थियों ने नरउर स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में उत्पात मचाया और दो कमरों, रसोईघर का ताला तोड़कर तोड़फोड़ करने के बाद कुछ फर्नीचरों को तोड़कर आग के हवाले कर दिया। मिड डे मील का सामान और चूल्हा नष्ट कर भाग गए।
टोकन वितरण में ही बवाल
आजमगढ़ से आए अभ्यर्थियों का रेला गुरुवार रात से ही जगतपुर में उमड़ने लगा। सैन्य अधिकारियों की निगरानी में भोर में चार बजे से टोकन वितरण शुरू हुआ। इस दौरान लाइन लगाने को लेकर अभ्यर्थियों का दो गुट आपस में भिड़ गया। मारपीट के दौरान भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। सैन्य अधिकारियों ने पुलिस की मदद से हंगामा कर रहे युवकों को शांत कराया।
ट्रेड मैन वालों को रोका
भर्ती प्रक्रिया के दौरान दौड़ के लिए कुछ अभ्यर्थियों ने अनुशासनहीनता शुरू कर दी जिसपर कर्नल विनीत प्रभात ने लगभग दो सौ अभ्यर्थियों के दौड़ने पर रोक लगा दी हालांकि बाद में उनकी दौड़ कराई गई। जानकारी के मुताबिक दौड़ के लिए अभ्यर्थियों को लाइन में बैठाया जा रहा था। इस बीच लगभग दो सौ अभ्यर्थी कर्नल के टेंट तक पहुंच गए और लाइन तोड़कर फैलने लगे। कर्नल ने इनको दौड़ने नहीं दिया और टोकन हासिल किए अन्य अभ्यर्थियों की दौड़ के बाद इन्हें मौका दिया। दौड़ में सफल अभ्यर्थियों से सैन्य अफसरों ने जमकर मैदान में ही कसरत कराई।
कोई बेहोश तो कोई भिड़ा
भर्ती प्रक्रिया के दौरान आजमगढ़ से आए राजेश वर्मा दो चक्र की दौड़ के बाद शरीर में पानी की कमी के कारण बेहोश हो गया। अब्दुल कलाम दौड़ के दौरान एक खंभे से जा भिड़ा जिससे उसका पंजा फट गया। सरदहा आजमगढ़ के बबलू यादव भर्ती प्रक्रिया के दौरान ही बेसुध होने लगा था जिसके बाद उसे और अन्य दोनों को एंबुलेंस से मंडलीय अस्पताल भेजा गया।
बंटे 13786 टोकन
सेना भर्ती कार्यालय वाराणसी के निदेशक कर्नल विनीत प्रभात ने बताया कि शुक्रवार को सेना ने सबसे ज्यादा 13786 टोकन बांटे। लगभग पंद्रह सौ युवकों को दस्तावेज पूर्ण न होने के कारण लौटाना पड़ा। दौड़ समेत अन्य प्रक्रिया के पूरा करने के बाद महज 649 अभ्यर्थी ही पहली बाधा पार करने में सफल हो पाए।
जो असफल, उसी ने किया बवाल
कैंट रेलवे स्टेशन से लेकर जगतपुर रोहनिया तक बवाल करने वालों में वह लड़के हैं जो सेना भर्ती की पहली बाधा पार नहीं कर पाए। लौटते समय अपना गुस्सा निरीह लोगों पर और सरकारी, निजी संपत्तियों को क्षति पहुंचाकर उतार रहे हैं। आजमगढ़ से आए युवकों ने भी चांदपुर से लेकर कैंट रेलवे स्टेशन तक हंगामा किया। चांदपुर इलाके में कुछ युवतियों से छेड़खानी भी हुई। कैंट व रोडवेज के पास कई वाहन चालकों को युवकों के गुस्से का शिकार होना पड़ा।
स्टेशन पर रेला, स्वचालित सीढ़ी बंद
आजमगढ़ से आए युवकों से मंडुवाडीह और कैंट रेलवे स्टेशन पटा रहा। गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ को जाने वाली ट्रेनें अभ्यर्थियों से भर गई थी। भीड़ व युवकों के तेवर को देखते हुए रेल प्रशासन ने स्वचालित सीढ़ी बंद करा दी। टिकट परीक्षकों के साथ आरपीएफ की टीम लगाई गई थी। उधर सिगरा पुलिस ने युवकों के संभावित बवाल को देखते हुए पहले से ही एक दर्जन से अधिक ट्रक, बस व अन्य वाहनों को स्टेशन के आसपास खड़ा किया था। जैसे-जैसे बस व रेलवे स्टेशन से अभ्यर्थियों का रेला आ रहा था, पुलिस उन्हें ट्रकों, बस में भरकर भर्ती स्थल पर भेज दे रही थी।