तीन शव मिले, छोड़े कई सवाल
वाराणसी : महाराष्ट्र के कोल्हापुर से बनारस घूमने आए चालीस वर्षीय प्रांजय का शव मंगलवार सुबह औरंगाबाद
वाराणसी : महाराष्ट्र के कोल्हापुर से बनारस घूमने आए चालीस वर्षीय प्रांजय का शव मंगलवार सुबह औरंगाबाद में पुराना पान दरीबा के पास सड़क किनारे मिला। इलाके में चर्चा रही कि सोमवार देर रात कुछ लोग कार से आए थे और युवक को सड़क किनारे उतारने के बाद फरार हो गए। हालांकि पुलिस को आशंका है कि बीमारी या फिर अधिक नशे के कारण मौत हुई है। सच का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।
लक्सा एसओ फरीद अहमद ने बताया कि पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि प्रांजय देर रात रामापुरा इलाके में शराब के नशे में धुत होकर घूम रहा था। पानदरीबा मुहल्ले के लोग सुबह टहलने निकले तो देखा सड़क किनारे एक युवक औंधे मुंह पड़ा है। आशंका होने पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर आई पुलिस ने जांच की तो पता चला कि नब्ज थम चुकी है। तलाशी में मृत युवक की पैंट की जेब से मिले डीएल और पैन कार्ड से उसकी शिनाख्त कोल्हापुर महाराष्ट्र के प्रांजय यादव उर्फ गोविंद के रूप में हुई। पुलिस ने मृतक के परिजनों को उसकी मौत के बारे में सूचना दे दी है।
दस दिन से था लापता
रोहनिया थाना क्षेत्र के मोहनसराय में एक कुएं से दस दिनों से लापता अट्ठाइस वर्षीय स्वामीनाथ राजभर का शव मिला। आशंका है कि हत्या कर बदमाशों ने उसका शव कुएं में फेंक दिया था। चर्चा थी कि उसकी मौत कुएं में गिरने से हुई थी या हत्या कर शव कुएं में डाला गया था।
जानकारी के अनुसार मोहनसराय निवासी हरिश्चंद्र मिश्र अपने कुएं की सफाई कराने के लिए कर्मचारियों के साथ पहुंचे। सफाई के दौरान कुएं से दुर्गध आने पर झांककर देखा तो एक शव उतराया था। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। देखते ही देखते ग्रामीण जुट गए। पुलिस ने रस्सी की मदद से शव को बाहर निकलवाया। शव में कीड़े लग चुके थे। शव मिलने की खबर पर टडिया (मोहनसराय) के मुन्ना राजभर भी अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे तो देखा कि शव उनके साले स्वामीनाथ राजभर का है।
पुलिस को मुन्ना ने बताया कि मोहम्मदाबाद (गाजीपुर) के भदवा गांव का मूल निवासी स्वामीनाथ 18 अक्टूबर को कपड़े खरीदने के लिए राजातालाब जाने की बात कहकर घर से निकला था। स्वामीनाथ की हत्या की आशंका जताते हुए उसने थाने पर तहरीर दी। छानबीन में पता चला कि स्वामीनाथ अपने जीजा मुन्ना के साथ टड़िया (मोहनसराय) स्थित एक ट्रांसपोर्ट में काम करता था। जानकारी के अनुसार इसी ट्रांसपोर्ट का एक कर्मचारी कुछ वर्ष पहले रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गया था और डेढ़ साल पूर्व उसका कंकाल एक नहर किनारे मिला था।
घाट किनारे मृत मिला
सिंधिया घाट पर सुबह स्नान को पहुंचे श्रद्धालु उस समय दहशत में आ गए जब बहते हुए एक शव घाट किनारे आ गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को गंगा से निकलवाया और आसपास के लोगों से शिनाख्त कराने की कोशिश की। पुलिस के अनुसार मृतक की उम्र लगभग पचास वर्ष है। शरीर पर पीले रंग की बनियान और चेकदार लुंगी थी। शव फूल चुका था जिससे आशंका है कि दो-तीन दिन पहले अधेड़ स्नान के दौरान डूबा होगा या फिर उसके साथ कोई हादसा हुआ होगा।