मौसम ने दिया साथ, मतदाताओं ने दिखाए जज्बात
वाराणसी : 'उपचुनाव'..इस एक शब्द के साथ ही मशीनरी से लेकर मतदाताओं तक का आधा उत्साह नदारद मिलता है। बावजूद इसके रोहनिया विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में 'मुख्य चुनाव' की तरह मतदाताओं की बयार बही। भरपूर साथ दिया मौसम ने भी। बादलों की छांव, ठंडी हवाओं के बीच कहीं बूंदाबादी तो कहीं तेज फुहार। 51.60 फीसद पड़े मत में कुछ और बढ़ोतरी हो सकती थी क्योंकि यह भी तय ही माना जाए कि बारिश और जलजमाव के चलते हुई किचकिच के कारण भी कई लोग घरों से नहीं निकले।
सेक्टर 16ए में सर्वाधिक मतदान
चुनाव आयोग ने रोहनिया विधानसभा क्षेत्र को मतदान के मद्देनजर तीन जोन और 22 सेक्टर में बांट रखा था। इसमें भी सर्वाधिक वोट सेक्टर 16ए में करीब 67.5 फीसद पड़ा। यह बभनियांव के आसपास का इलाका था। साठ फीसद से अधिक मतदान वाले सेक्टरों में 1, 2, 3, 7, 13, 14, 15, 16ए व 16बी, 17 शामिल थे। सबसे कम मतदान महज 27 फीसद सेक्टर 12 में हुआ। सेक्टर 12 डीरेका का इलाका था जहां अवकाश न मिल पाने की वजह से लोग मतदान करने नहीं गए।
सात से नौ बजे तक..
सुबह मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या कम ही रही। खासकर सात से आठ बजे के बीच तो धीमी शुरुआत दर्ज की गई। आठ बजे के बाद मतदाता निकलना शुरू हुए तो कुछ बूथों पर कतार भी दिखने लगी। नौ बजे तक पूरे विधानसभा क्षेत्र में करीब 11 फीसद मतदान पड़ा था। इस वक्त तक सबसे कम वोट सेक्टर बीस में महज चार फीसद पड़े थे।
नौ से 11 बजे तक..
आंकड़ों की शक्ल में देखें तो मतदान का जो हाल शुरुआती दो घंटे में रहा, करीब-करीब उतना ही उसके बाद के दो घंटे नौ से 11 बजे के बीच हुआ। 11 बजे तक मतदान प्रतिशत 22 फीसद के पार पहुंच गया था। कम मतदान देख पार्टियों के एजेंट से लेकर प्रत्याशी तक परेशान हो गए। इसके साथ ही शुरू हुआ घर-घर पहुंचकर वोटरों को निकलने के लिए चिरौरी का दौर। नतीजा भी दिखा। वोटर पैदल, साइकिल, बाइक, ऑटो सहित अन्य वाहनों से बूथ तक पहुंचने लगे।
11 से एक बजे तक..
अमूमन दोपहर में मतदान प्रतिशत कम रहता है लेकिन मौसम के अच्छे मिजाज और मतदाताओं से चिरौरी करने का असर रोहनिया के उपचुनाव में इसी वक्त देखने को मिला। दोपहर 11 से एक बजे के बीच बूथों पर भीड़ दिखी। एक बजे तक करीब 36.23 फीसद मतदान दर्ज किया गया। यही वह समय था जब महिला मतदाताओं की संख्या अधिक दिख रही थी।
एक से तीन बजे तक..
दोपहर एक से तीन बजे के दो घंटे के बीच यदि देखा जाए तो दस फीसद से भी कम मतदान हुआ। तीन बजे तक करीब 45.81 फीसद मतदान दर्ज किया गया। एक बजे तक जहां 36 फीसद से अधिक मतदान हुआ था वहीं तीन बजे तक 45 फीसद के पार गाड़ी पहुंच पाई थी। वैसे भी दोपहर का असर मतदान पर न दिखे ऐसा भला कहां हो पाता है। इस दौरान भी बूथों पर दिखे मतदाताओं में महिलाओं की ही संख्या अधिक दिख रही थी।
तीन से छह बजे तक..
मतदान के आंकड़े बता रहे हैं कि उप चुनाव में दोपहर तीन से लेकर शाम छह बजे तक के तीन घंटे में अवधि के लिहाज से कम मत पड़े। करीब छह फीसद वोट इन तीन घंटों में पड़ पाए थे। मतदान का अंतिम आंकड़ा करीब 51.60 फीसद बताया गया। हालांकि शाम को चार बजे के करीब मतदान से जुड़े कई इलाकों में बारिश भी हुई थी जिसका असर दिखा। कीचड़-फिसलन के चलते भी मतदाता निकलने से गुरेज किए होंगे। बावजूद इसके उपचुनाव के लिहाज से 50 फीसद से अधिक का मतदान उत्साहजनक स्थिति मानी जाती है।